Jhunjunu News: भाजपा ने सरकार में सत्ता हासिल करने के मकसद से मिशन 2023 का आगाज झुंझुंनूं से शुरू कर दिया है भाजपा के राष्ट्र और प्रदेश स्तरीय नेता झुंझुनूं के चूडेला में दो दिवसीय कार्य समिति की बैठक में संगठन मजबूती पर विस्तार से दो दिनों तक मंथन और चिंतन करेंगे और मिशन को हासिल करने के लिए रण्नीति बनाएंगे.


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कार्य समिति की बैठक
झुंझुंनूं के चूडेला में भाजपा की दो दिवसीय कार्य समिति की बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह कैलाश विजयवर्गीय प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सहित राजस्थान से सांसद, विधायकों और  संगठन के पांच सौ पदाधिकारियों की बैठक होगी. सतीश पूनिया ने बताया कि बैठक में दो दिनों तक बूथ लेवल तक पार्टी को मजबूत करने और चुनावों में मिशन 2023 को हासिल करने पर चर्चा होगी और गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति पर चर्चा होगी. सतीश पूनिया ने प्रदेश की कार्य समिति की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा की निरंतरता उसका स्वभाव है. उसी लिहाज से प्रदेश की कार्य समिति की लगातार नियंमित अंतराल पर मिलती है.


अरूण सिंह और कैलाश विजयवर्गीय विशेष रूप से शामिल होंगे
आमतौर गतिविधिया बड़े शहरों और संभागों तक सीमीत होती है और भाजपा पार्टी को भौगोलिक व समाजिक रूप से जोड़ने के लिए कोशिश की है कि अनेक क्षेत्रों में अलग स्थानों पर अवसर दिए जाएं इसी लिहाज से शेखावाटी के की हृरहदय स्थली और वीरों की भूमि झुंझुनूं में मिशन 2023 का आगाज किया जाए इसी लिहाज से यह कार्य समिति महत्वपूर्ण है. आज पदाधिकारियों की बैठक है जिसमें पार्टी के पदाधिकारी और राष्ट्रीय मंत्री अरूण सिंह जी और कैलाश विजयवर्गीय वो भी विशेष रूप से शामिल होंगे कल पार्टी और संगठन पर विस्तार से चर्चा करेंगे.


 52000 बूथों में से 48 हजार बूथों पर पार्टी के पहुंच हुई है इसलिए धरातल पर पार्टी की पहुंच मजबूत हुई है. बूथ लेवल पर पहले चुनावों में केवल पर्ची बांटने का काम ही किया जाता था लेकिन अब बूथ लेवल पर गतविधियां की जा रही है जिससे बूथ लेवल पर पार्टी मजबूत हो गई है पार्टी के संगठन पर चर्चा होगी मोर्चों के की भूमिका प्रखर हुंइ है लेकिन और ज्यादा विस्तार पर चर्चा होगी मिशन 2023 पर विस्तार से चर्चा करेंगे. कार्य समिति का विस्तार करते हुए बैठक में सांसद और विधायकों और पार्टी पदायिधकारियों को शामिल किया गया है. करीब पांच सौ पदाधिकारियों की बैठक होगी सरकार के 17 तारीख को चार साल पूरे हो गए सरकार जश्न मनाएगी.


 दिसम्बर में भाजपा इसे नीचले बूथ स्तर पर काला दिवस के रूप में मनाएगी. राजस्थान में चार साल में कानून व्यवस्था चौपट हुई है.सवा आठ लाख मुकदमें दर्ज हुए है जो अपने आप में बानगी कहते हैं. 17 बलात्कार रोज होते है, सात हत्याए रोज होती है. राजस्थान को कांग्रेस पार्टी के अशोक गहलोत सरकार ने अपराधों की राजधानी बना दिया है.बेरोगारी प्रतिशत सर्वाधिक बत्तसी प्रतिशत है, सत्तर लाख बच्चों ने परीक्षा दी. नौकरी एक लाख को दी है अन्य बेरोजगारों के लिए कोई रणनीति नहीं है. रीट की चीट ने कोढ़ में खाज का काम किया है और 12 किलोमीटर पर एक अधिकारी और कर्मचारी ट्रैप हो रहा है. सरकार की विफलताओं को जनता तक पहुंचाने की भी रणनीति तैयार की जाएगी और भाजपा की नीतियों को जन जन तक पहुंचाकर भाजपा को मजबूती प्रदान कराने की रणनीति भी बनाई जाएगी और मिशन 2023 को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा होगी.


राजस्थान अपराधों की राजधानी - सतीश पूनिया
सतीश पूनिया ने बताया कि गहलोत सरकार के कार्यकाल में राजस्थान अपराधों की राजधानी बन गया है. कांग्रेस पर तंज कसते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के नेता का फैसला उन्हें करना है हम कैसे कर सकते हैं. कांग्रेस पार्टी का अलाकमना इतना कमजोर हो चुका है कि इतने अंतरकलह और अंतर विरोध के शिकार हो गए. केवल मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी की लड़ाई के कारण चार साल से राजस्थान की जनता उस अंतरकलह को झेल रही है मुझे लगता नहीं है कि कांग्रेस किसी नतीजे पर पहुंचेगी.


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मुझे लगता है कि नतीजा 2023 में साफ दिखता है कि इस अंतरकलह के कारण कांग्रेस सत्ता से बाहर होगी. मंत्री राजेन्द्र गुढा के फोरच्यूनर में कांग्रेस के विधायक जीतने के बयान पर पूनिया ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के मुंह से एक बार सरस्वती बोलती है, अच्छा है गुढा जी के मुंह से बोली है जो उस पार्टी में मंत्री है और वो कहते हैं हमे उनके समर्थन करने के अलावा कुछ दिशा दिखती नहीं है. राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी ने भारत को सभी तरह से जोड़ दिया. अब राहुल जी यात्रा निकाल रहे हैं इससे उनका टाइम पास ठीक से हो जाएगा.


भाजपा दो दिनों तक मिशन 2023 को हासिल करने के लिए कसरत करेगी अब देखना है कि मिशन 2023 को हासिल करने के लिए बनाई गई रणनीति मैदान पर कितनी सफल होती है. यह आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इतना जरूर है कि पदाधिकारियों और कार्यकर्ता जोश से लवरेज जरूर होंगे.