Jhunjhunu: झुंझुनूं जिले में एक व्यक्ति को करंट लगने का मामला सामने आया है. रविवार को सुबह जिले  के किसान द्वार के पास करंट लगने से एफआरटी टीम में ठेके पर काम कर रहे, बिजली ठेकाकर्मी की मौत हो गई थी. घटना की सूचना मिलने पर कोलिंडा गांव के सरपंच प्रतिनिधि, एसएफआई कार्यकर्ता और परिजन बीडीके अस्पताल पहुंचे. जहां पर उन्हें ना तो बिजली निगम का कोई अधिकारी मिला और ना ही ठेकेदार और उसका कोई प्रतिनिधि नहीं मिला. जिससे ग्रामीणों में गुस्सा काफी बढ़ गया. 


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हालात बिगड़ते देख कोलिंडा सरपंच प्रतिनिधि एमडी मुंसफ ने बताया कि, मृतक अनिल के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है. घर उसकी  ही कमाई से ही चल रहा था, लेकिन अनिल की मौत के बाद पूरा परिवार सदमें में है.  इस मामले में निगम अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही थी. जिससे अनिल की मौत हुई है. इसलिए जब तक अनिल के भाई को सरकारी नौकरी देने तथा परिवार को 50 लाख रूपए की सहायता नहीं दी जाती, तब तक वे शव नहीं लेंगे.


 इसके बाद ग्रामीणों ने बीडीके अस्पताल के सामने रोड नंबर एक पर जाम भी लगा दिया और विरोध दर्ज कराया. इस मौके पर एसएफआई जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर समेत अन्य मौजूद थे. ग्रामीणों ने कहा कि, घटना को आधा दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक निगम व ठेकेदार के जरिए  सुध ना लेना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है. परिजनों ने आरोप लगाया कि साथी कर्मचारी भी मृतक के शव को बीडीके अस्पताल में रखकर गायब हो गए। जिसके चलते उन्हें अभी तक वास्तविक घटना का भी नहीं पता है.


Reporter: Sandeep Kedia


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