Rajasthan Success Story : “मंजिल उन्हें नहीं मिलती जिनके ख़्वाब बड़े होते है, बल्कि मंजिल उन्हें मिलती है जो जिद पर अड़े होते है” कुछ इसी हौंसले के साथ झुंझुनूं के मंडावा की चेरी खेमानी ने वो कर दिखाया जो लोगों को करने में सालों लग जाते हैं, कई तो हौसला छोड़ देते हैं, लेकिन चेरी का ख़्वाब इतना बड़ा था कि चुनौती बौनी नजर आई. लिहाजा ऐसे में चेरी की जिद आगे बड़ी चुनौती भी छोटी साबित हुई. 


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कस्बे के वार्ड 6 निवासी मधुसूदन खेमानी व नीलम खेमानी की पुत्री चेरी खेमानी ने फॉरेन ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (एफएमजीई) पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया है. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) द्वारा 20 जनवरी 2023 को आयोजित एफएमजीई 2022 का परीक्षा परिणाम घोषित किया जिसमें चेरी खेमानी ने पहले ही प्रयास में एफएमजीई परीक्षा पास कर ली.


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चेरी खेमानी ने यूनान यूनिवर्सिटी चीन से एमबीबीएस की है तथा इसके बाद वह अपने क्षेत्र में लोगों की सेवा करने की इच्छा से एफएमजीई परीक्षा दी. क्योंकि विदेश से एमबीबीएस करने के बाद भारत में डॉक्टरी करनी है तो इसके लिए एफएमजीई परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है. इस परीक्षा को पास करना काफी कठिन होता है लेकिन चेरी खेमानी ने पहली बार में ही इस परीक्षा को पास कर लिया. चेरी खेमानी ने इस सफलता का श्रेय अरविंद पारीक, किशोर सिंह राठौड़ सज्जन शर्मा दिनवावाले, मदन ढाका सहित अपने माता-पिता को दिया है.


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