बुहाना में पाले से खराब हुई 100 प्रतिशत फसल, पटवारी और गिरदावर दिखा रहे सिर्फ 32 प्रतिशत खराबा
jhunjhunu News: बुहाना में कड़ाके की ठंड की वजह से किसानों की लगभग पूरी फसल खराब हो चुकी है. लेकिन गिरदावर सही जांच नहीं कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि पटवारी और गिरदावर महज 32 प्रतिशत खराबा ही दिखा रहे हैं.
jhunjhunu, Surajgarh: झुंझुनूं के बुहाना में कड़ाके की ठंड और माइनस डिग्री पारे के बीच रात-रात भर जागकर किसानों ने जिस फसल को सींचा, अब उसी फसल को किसान जमींदोज, यानि कि मिट्टी में मिलाने को मजबूर है. जी हां, झुंझुनूं से ऐसी तस्वीरें लगातार सामने आ रही है. पाले के कारण हुई बर्बाद हुई फसलों को खुद किसान ही मिट्टी में मिला रहे है.
रुआंसे से होकर किसान सरकार पर आरोप लगा रहे है कि एक ओर तो उनकी फसलें पाले की भेंट चढ गई है. दूसरे किसानों की सुध सरकार नहीं ले रही है. 100 प्रतिशत खराबे को भी पटवारी और गिरदावर महज 32 प्रतिशत दिखा रहे है. ताकि किसानों को एक धेला भी मुआवजे का ना मिले. इसी से आहत होकर अब किसानों ने अपनी फसलों को खुद ही ट्रेक्टर चलाकर मिट्टी में मिलाने का काम शुरू कर दिया है. तस्वीरें झुंझुनूं के बुहाना की है. जहां पर पाले की वजह से खराब हुई सरसों की फसल पर किसान ट्रैक्टर चला रहे हैं.
किसानों का कहना है कि पाले की वजह से सरसों में 100% खराब हुआ है. ऐसे में सरसों की फसल उपज निकालते वक्त खर्चा ज्यादा होगा. ऐसे में किसान मजबूरी में खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर फसल को उखाड़ने को मजबूर हैं. आपको बता दें कि जिले में पिछले दिनों पड़े पाले व शीतलहर ने किसानों पर कहर ढहा दिया है. चार दिन तक लगातार पड़े पाले से सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है. फसल को हुए नुकसान से किसान आहत है. हालांकि कृषि विभाग के बाद राजस्व विभाग की ओर से विशेष गिरदावरी की जा रही है. शीतलहर और पाले की वजह से खराब हुई सरसों की फसल को लेकर किसान हताश है और खेतों में खड़ी सरसों की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर उनकी कीमती फसल को नष्ट कर रहे हैं.