Jhunjhunu : झुंझुनूं में बदमाशों के लिए, खासकर राकेश झाझड़िया हत्याकांड के आरोपियों के लिए एसपी मृदुल कच्छावा सबसे बुरे दिन लाने वाले अफसर साबित हो गए है. हत्याकांड में शामिल आरोपी ना केवल छुपते फिर रहे है. बल्कि जब पुलिस से भागते भागते पैसे खत्म हो गए. तो कोई चाय की दुकान में कप धोते मिल रहा है. तो कोई टॉयलेट साफ करते हुए पकड़ा जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस ने इस मामले में अब तीन और बदमाशों की गिरफ्तारी की है. जो पहले तो पुलिस से छुपते छुपते कभी ऋषिकेश गए तो कभी हरिद्वार. मसूरी भी घूम लिए. पर जब पैसे खत्म हुए और पुलिस की सख्ती बरकरार थी तो दिल्ली में सुलभ शौचालय में टायलेट सफाई का काम करने लग गए. लेकिन पुलिस दिल्ली में डेरा डाले आरोपियों की धरपकड़ में थी.


एसपी मृदुल कच्छावा ने तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी प्रेस वार्ता में दी. साथ में कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए. एसपी ने बताया कि बदमाशों की हालत इतनी बदतर हो गई कि उन्होंने पेट भरने और खुद की पहचान छुपाने के लिए दिल्ली में एक ठेकेदार से संपर्क किया और सुलभ शौचालयों में सफाई करने लग गए.


ये बदमाश बजावा रावत का हाल गुढ़ा मोड़ झुंझुनूं निवासी हिस्ट्रीशीटर रवि बलौदा, मालसर निवासी दिनेश मालसरिया तथा केहरपुरा कलां निवासी मंजीत झाझड़िया है. जिन्हें झुंझुनूं पुलिस ने दिल्ली की स्पेशल सैल तथा स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया. अब तक इस मामले में 14 जनों की गिरफ्तारी हो चुकी है. शेष आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें लगातार काम कर रही है. प्रेस वार्ता मंे एएसपी डॉ. तेजपालसिंह, ग्रामीण डीएसपी रोहिताश्व देवंदा तथा बगड़ एसएचओ श्रवण कुमार मौजूद थे.


तीनों पर था 5-5 हजार रूपए का ईनाम
एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि दिल्ली में पकड़े गए तीनों आरोपियों पर पुलिस ने पांच पांच हजार रूपए का ईनाम घोषित किया हुआ था. झुंझुनूं पुलिस ने मुखबिर और अपने तकनीकी माध्यमों से यह सूचना संकलित कर ली थी कि बदमाश दिल्ली में ही है. जब पुलिस को सूचना मिली की सुलभ शौचालय में साफ-सफाई के काम में लगे हुए है. उसके साथ ही बदमाशों को भी भनक पड़ गई कि पुलिस उनके पास ही है. ऐसे में जब वे भागने की फिराक में थे. तो झुंझुनूं पुलिस ने सतर्कता से काम किया. झुंझुनूं पुलिस ने दिल्ली स्पेशल सेल और दिल्ली की स्थानीय पुलिस की मदद से तीनों को दबोचा.


भागते भागते थक गए, तब जाकर सफाई करना शुरू की
पुलिस ने बताया कि आरोपी वारदात के बाद से भागते भागते थक गए. दरअसल आरोपी जहां पर भी छुप रहे थे. वहां पर पुलिस पहुंच रही थी. ऐेसे में आरोपियों का दिन का चैन और रात की नींद, दोनों उड़ी हुई थी. आरोपियों ने उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा, जयपुर, दिल्ली, आगरा, हरिद्वार, ऋषिकेश, मसूरी तथा मेरठ आदि जगहों पर ठहराव तो किया. लेकिन परमानेंट नहीं ठहर पाए. आर्थिैक स्थिति भी बदतर हो गई थी. ऐसे में दिल्ली में उन्होंने सुलभ शौचालय में सफाई का काम ही करना उचित समझा.

रमेश मिला था चाय के कप धोते हुए


झुंझुनूं पुलिस की सख्ताई से बदमाशों के रौब ना केवल खत्म हो गए. बल्कि जीवनयापन के लिए उन्होंने चाय के कप तक धोने का काम किया है. गत दिनों जयपुर में पकड़े गए मामले में आरोपी छऊ निवासी 22 वर्षीय रमेश मंडीवाल को पुलिस ने जब जयपुर से गिरफ्तार किया तो वो चाय की थड़ी पर कप धोने का काम ही कर रहा था. अब पकड़े गए तीन आरोपी भी सुलभ शौचालय में टायलेट साफ करते हुए मिले.


पुरानी रंजिश के चलते ही की थी हत्या
एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि इस मामले में अब तक जो आरोपियों से पूछताछ की गई है. उसमें सामने आया है कि राकेश झाझड़िया की गब्बर गैंग के साथ पुरानी रंजिश थी. छात्रसंघ चुनावों में यह रंजिश और ज्यादा बढ गई. राकेश झाझड़िया से मारपीट कर उसे चेताने का प्लान आरोपियों का था. लेकिन मारपीट करने वालों की संख्या इतनी ज्यादा अधिक थी और चोटें भी गंभीर दी गई. जिससे राकेश की मृत्यु हो गई. दोनों पक्षों से पूर्व में भी कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज है.


Reporter- Sandeep Kedia


ये भी पढ़े..


ना पति के घर का सुख मिला, ना पिता का, सरकार से थी उम्मीद लेकिन उसने भी छोड़ा बेसहारा


गैर गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद गहलोत ने पार्टी में बढ़ाई सक्रियता, अब उठाया ये कदम