Jhunjhunu News: शेखावाटी के चार दशकों से पुरानी यमुना के पानी की मांग का पूरी होती नजर आ रही है. हरियाणा और राजस्थान सरकार के बीच हुई बैठक में, तीन महीने में डीपीआर तैयार करने की बात कही गई थी. इसके लिए झुंझुनूं में जल संसाधन विभाग के अधिकारी दिन-रात सर्वे कर रहे हैं, जिससे काटली नदी क्षेत्र में एक रिजर्वायर के लिए स्थान का चुनाव किया जा सके. 


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इसके पीछे मंशा यह भी है कि यमुना का जो भी पानी आए उससे काटली नदी के पुर्नजीवित की संभावनाओं के साथ ही  ग्राउंड वॉटर का स्तर बढ़ाया जा सके. जल संसाधन विभाग की टीम ने उदयपुरवाटी में काटली नदी के विभिन्न क्षेत्रों में वॉटर रिजर्वेयर के लिए सर्वे किया है, जिससे यमुना का जल इस क्षेत्र में अधिक से अधिक रिजर्व किया जा सके.


सर्वे के दौरान जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता महेंद्र कुमार बुरड़क एवं नथमल खेदड़, एईएन सुलभ कुमावत एवं नाथूराम एवं जेईएन शुभम गढ़वाल मौजूद रहे. इसी क्रम में रविवार को भी सर्वे जारी रहेगा, जिसमें हमीनपुर, गाडोली, बिशनपुरा, बनगोठड़ी का सर्वे किया जा रहा है. लगातार सर्वे से यह संभावना है कि इस बार यमुना का पानी झुंझुनूं तक पहुंचाया जा सकेगा.


 बता दें कि, इस मामले में इस साल 17 फरवरी को राजस्थान और हरियाणा की सरकारों के बीच एमओयू हुआ था.


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