राजस्थान न्यूज: जन आधार कार्ड में समाने आया ये बड़ा गड़बड़झाला, स्मार्ट फोन के रजिस्ट्रेशन के दौरान खुलासा
राजस्थान न्यूज: जन आधार कार्ड में बड़ा गड़बड़झाला सामने आया है. फ्री स्मार्टफोन के रजिस्ट्रेशन के दौरान मामले का खुलासा हुआ है. शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
Jhunjhunu: राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर बनाए गए अहम दस्तावेज जन आधार कार्ड में लगातार फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं. जन आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा कर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में जन आधार कार्ड में दूसरे जिलों के नाम और सामाजिक सुरक्षा पेंशन के पीपीओ नंबर जोड़े जा रहे हैं.
झुंझुनूं में जिला कलेक्टर को शिकायत के बावजूद भी जिला प्रशासन फर्जीवाड़ा करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. झुंझुनूं जिले में जन आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. जन आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा कर बड़ी संख्या में नाम जोड़े गए हैं.
उदयपुर ,प्रतापगढ़, राजसमंद जिले के लोगों के नाम जोड़े
जनआधार कार्ड धारक सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग करने का अंदेशा जताते हुए जिला प्रशासन से शिकायत कर रहे हैं. जिले में बीते एक सप्ताह में जन आधार कार्ड में फर्जी तरीके से बड़ी संख्या में नाम जोड़ने के तीन मामले सामने आए हैं. इन जन आधार कार्ड में उदयपुर ,प्रतापगढ़, राजसमंद जिले के लोगों के नाम जोड़े गए हैं.
इन नाम के साथ सामाजिक सुरक्षा पेंशन के पीपीओ नंबर भी जोड़े गए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें जो बैंक खाता जोड़ा गया है. वह किसी अन्य व्यक्ति का है. जन आधार कार्ड में कई मृत व्यक्तियों के भी पीपीओ नम्बर तक जोड़ दिए गए हैं. झुंझुनूं की नूर बानो जब इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के रजिस्ट्रेशन को लेकर केंद्र पर पहुंची तो वहां उन्हें बताया गया कि उनके जन आधार कार्ड में 19 नाम है. तब उन्होंने कहा कि उनके परिवार में तीन ही सदस्य हैं. इसके बाद उन्होंने झुंझुनूं जिला कलेक्टर और सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग को इसकी शिकायत की है.
जन आधार कार्ड में फर्जी तरीके से नाम जोड़कर उसमें फर्जी तरीके से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के पीपीओ नंबर जोड़ने का खेल जिले में इन दिनों जोरों पर है. लगातार फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं. गत दिनों अलसीसर पंचायत समिति के आनंदपुरा गांव के सुरेंद्र सिंह के जन आधार कार्ड में फर्जी तरीके से जानवरों के फोटो लगाकर 16 नाम जोड़े गए थे.
उसके बाद नूर बानो के जन आधार कार्ड में फर्जी तरीके से 16 नाम जोड़े गए हैं. सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक घनश्याम गोयल ने बताया कि जन आधार कार्ड में फर्जीवाड़े के तीन मामले सामने आए हैं. मामले सामने आने के बाद रिपोर्ट बनाकर जयपुर भेजी गई है. फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन के अहम दस्तावेज जन आधार कार्ड में फर्जीवनी के लगातार मामले सामने आने के बावजूद भी जिला कलेक्टर खुशाल यादव इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है. अब देखना यह होगा की कब प्रशासन की कुंभकर्णी नींद टूटती है और इस तरह फर्जीवाड़ा कर सरकारी योजनाओं का गलत तरीके से लाभ लेने वालों पर करवाई होती है.
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