Jhunjhunu News: अब शेखावाटी के खेतों में भी यूरोप में लगने वाली बैंगनी कलर की गोभी लगेगी. जी, हां झुंझुनूं जिला मुख्यालय के साथ लगते गांव आबूसर में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में इस बार बैंगनी गोभी.जिसे एंथोसाइनिन पिगमेंट वाली बैगनी गोभी की पैदावार की गई है. यह बैंगनी गोभी ना केवल बाजार में आम गोभी से चार गुना तक महंगी बिकेगी. बल्कि यह गोभी मानव को बीमारियों से लड़ने की ताकत देगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजस्थान में आमतौर पर ब्रोकली, पत्ता गोभी व फूलगोभी की खेती की जाती हैं, लेकिन कृषि विज्ञान केन्द्र आबूसर में पहली बार एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर बैंगनी गोभी की फसल लहलहा रही है. केवीके के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. दयानंद व उद्यान वैज्ञानिक डॉ. रशीद खान ने बताया कि बैंगनी गोभी मूल रूप से यूरोप की फसल है.भारत में हिमाचल, पंजाब, कश्मीर व यूपी के गोरखपुर, हापुड़, गाजियाबाद व अन्य जगह ही इसकी खेती की जाती है. केवीके की जलवायु व मिट्टी में अच्छी पैदावार हुई है. अब इसे अगले सीजन से किसानों को लगाने की सलाह देंगे.


 यह गोभी मुख्य रूप से पांच सितारा होटलों में सलाद के रूप में काम आती है, सामान्य गोभी की तुलना में तीन व चार गुना महंगी बिकती है. उत्पादन भी अच्छा होता है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार इस फसल का व्यावसायिक उत्पादन कर किसान अपनी आय दो गुनी कर सकते हैं. यह ब्रोकली, फूलगोभी व पत्ता गोभी की तुलना में तीन से चार गुणा ज्यादा दाम में बिकती है,


शेखावाटी गुरुग्राम व दिल्ली जैसे बड़े शहर नजदीक हैं. ऐसे में उनको बाजार भी नजदीक ही मिल जाएगा. केवीके किसानों को इसकी पौध भी रियायती दर पर उपलब्ध करवा रहा है।बैंगनी पत्ता गोभी अल्सर जैसी बीमारी से बचाने में मददगार है. इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, आयरन और पोटैशियम जैसे गुण पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं.


इसमे फाइटोन्यूट्रिएंट की अच्छी मात्रा है, जो सूजन और दर्द को कम करने में मददगार है.इसमें फाइबर के गुण पाए जाते हैं, जो वजन कम करने में मदद करता है.यह एंटी एजिंग गुणों से भरपूर होती है, जो त्वचा को लंबे समय तक जवां और हेल्दी रखने में मदद करती है.


ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा में टिकट पक्की कराने के लिए जयपुर-दिल्ली भागदौड़ कर रहे राजस्थान के नेता