Jhunjhunu: परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला चुनावी मोड पर आ गए हैं. उन्होंने केहरुपरा कलां में विकास कार्यों का लोकार्पण किया. हालांकि विधानसभा चुनावों में अभी लगभग एक साल से ज्यादा का समय शेष है लेकिन फिर भी प्रदेश के मंत्री, विधायक चुनावी मोड में आ गए हैं. झुंझुनूं के चिड़ावा दौरे पर रहे परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला केहरपुरा कलां गांव में पूरे चुनाव मूड और मोड, दोनों में नजर आए. गांव पहुंचने पर पहले तो ग्रामीणों की ओर से परिवहन मंत्री ओला तथा झुंझुनूं प्रधान पुष्पा चाहर, चिड़ावा प्रधान इंदिरा डूडी समेत अन्य जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया गया. इस बाद ओला ने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मौके पर ओला ने कहा कि आप लोगों को तय करना है कि कौनसी पार्टी और कौन व्यक्ति आपके लिए क्या कर सकता है. उसका फैसला करना है. उन्होंने कहा कि लोगों के पास काम गिनाने के लिए कुछ नहीं है. एक प्याऊ भी किसी ने नहीं खोली. छह-छह बार झुंझुनूं विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों का काम और मेरा काम देख लो. उन्होंने कहा कि आपके सामने समय-समय पर कई मॉडल आए. पैसे वालों का भी मॉडल आया, सुलताना में टैंट लगाने वालों का भी मॉडल आया और मेरा विकास का मॉडल भी है. आपको तय करना है कि आपको कौनसा मॉडल चुनना है. उन्होंने कहा कि झुंझुनूं जिला वो ही जिला है जिसने 1971 में पैसों को दरकिनार कर इंसानियत के साथ वोट दिया और बिरला जैसे व्यक्ति को चुनाव हरा दिया.


आपको बता दें कि ओला ने छह-छह बार चुनाव जीतने की बात कहकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह पर निशाना साधा और नाम लिए बगैर कहा कि सुमित्रा सिंह ने वो काम नहीं किए जो उन्होंने अपने कार्यकाल में किए हैं. इसके अलावा भाजपा के दो नेताओं पर भी पैसे वाला मॉडल और सुलताना टैंट वाला मॉडल बताकर निशाना साधा. इस मौके पर ओला ने गांव में सात विकास कार्यों का लोकार्पण किया. कार्यक्रम में सभापति नगमा बानो, डीसीसी महामंत्री खलील बुडाना, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्र झाझड़िया, महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष बिमला बेनीवाल, कुरड़ाराम धींवा, ओमप्रकाश बोहरा, मोहरसिंह सोलाना, सुनिता धत्तरवाल, सुनिल जानूं, सतवीर धतरवाल, पार्षद प्रदीप सैनी नानू, पूर्व चेयरमैन तैयब अली, पूर्व प्रतिपक्ष नेता झुंझुनूं जुल्फीकार खोखर मौजूद थे.


राज्य सरकार की सराहना, केंद्र को कोसा


कार्यक्रम में ओला ने राज्य सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए ग्रामीणों के सामने केंद्र सरकार को भी जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है. सरकार ने बजट में स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष ध्यान रखा तथा कृषि के लिए अलग से बजट पेश किया. जिले में बहुत से विकास के कार्य हुए हैं. उनके द्वारा बने विकास कार्यों का लोकार्पण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के समय तो डॉलर ने उनकी उम्र उनके कार्यकाल में पूरा नहीं किया. मगर पीएम मोदी के कार्यकाल में डॉलर ने उनकी उम्र को पार कर गई. जीएसटी कांग्रेस सरकार भी लाना चाहती थी. हमारी जीएसटी दूसरी तरह की थी. उसमें ऊपर स्लैब 18 प्रतिशत था.जिसका उस समय भाजपा विरोध करती थी.


ये भी पढ़ें- सीएम गहलोत पहुंचे दूदू, निशाना साध केंद्र सरकार से ERCP की कर रहे मांग


झुंझुनूं जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


ओला ने कहा कि अब 28 प्रतिशत जीएसटी है और उसमें कई स्लैब है. जिस बात का विरोध किया उस बात को आप अपनाया जा रहा है. जिस नरेगा को भाजपा द्वारा कहा जाता था कि यह कांग्रेस की असफलता का सूचक हैं. उसी नरेगा ने कोरोना काल में करोड़ों लोगों को रोजगार देते हुए संबल दिया था. नोटबंदी ने गरीब आदमी की कमर तोड़ दी है. कार्यक्रम से पूर्व मंत्री बृजेंद्र ओला ने अरडावता स्थित आवास में जनसुनवाई की.


Reporter-Sandeep Kedia