Udaipurwati: शव यात्रा को लेकर इस गांव में हुआ विवाद, ये है पूरा मामला
तहसीलदार विजेंद्र सिंह, पटवारी नेमीचंद, गिरदावर गिरधारीलाल व हरिराम मौके पर पहुंचे. 5 घंटे की कड़ी मशक्कत से समझाइश कर मृतक सुरजाराम सैनी की अर्थी को श्मशान घाट पहुंचाया.
Udaipurwati: झुंझुनूं के उदयपुरवाटी कस्बे के निकटवर्ती गोरिया धनावता गांव में सोमवार को शव यात्रा निकालने को लेकर रास्ता विवाद के चलते दो पक्ष आमने-सामने हो गए. दरअसल धनावता गांव के सुरजाराम सैनी का रविवार को शाम निधन हो गया. सुरजाराम की अर्थी व शव यात्रा नहीं निकालने दी गई. इस दौरान बैठक में आ रहे लोगों को भी बीच रास्ते में रोक दिया और जाने नहीं दिया. जिसके बाद मौके पर प्रशासन पहुंचा.
इस दौरान तहसीलदार विजेंद्र सिंह, पटवारी नेमीचंद, गिरदावर गिरधारीलाल व हरिराम मौके पर पहुंचे. 5 घंटे की कड़ी मशक्कत से समझाइश कर मृतक सुरजाराम सैनी की अर्थी को श्मशान घाट पहुंचाया. शवयात्रा को निकलने के बाद मेन गेट पर ताला लगा दिया गया और प्रशासन भी मौके से चला गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रास्ता कटान में चढ़ने से पहले ही खेत मालिक ने कोर्ट के आदेश से स्टे ले लिया.
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अन्य पास पड़ौस के लोगों को आने जाने में काफी परेशानियां हो रही है लेकिन आज शव यात्रा को ले जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिसके बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और शव यात्रा को रास्ता खुलवा कर श्मशान घाट तक पहुंचाया. इस दौरान इंद्रपुरा सरपंच प्रतिनिधि किशोरी लाल सैनी, जैतपुरा सरपंच पवन वर्मा, पंचायत समिति सदस्य बंसीराम सैनी, वार्ड पंच छोटेलाल, तहसीलदार विजेंद्र सिंह, पटवारी नेमीचंद, गिरदावर गिरधारीलाल व हरिराम मौके पर तैनात रहे और समझाइश कर रास्ता खुलवाया.