Bhopalgarh: जीवन में संस्कारों का बड़ा महत्व है और ऐसा ही एक संस्कार है भामाशाह बनकर समाजसेवा करने का भाव नि:स्वार्थ भाव से यथासंभव जरुरतमंद की मदद एवं सार्वजनिक संस्थाओं में दान करना भी हमारे संस्कारों की पहचान कराता है.


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भामाशाह एवं समाजसेवा के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं होती है. वे तो हमारे देश और समाज के विकास की धुरी के समान होते हैं. यह बात अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय आचार्य पीठ रामधाम खेड़ापा के पीठाधीश्वर महंत आचार्य पुरुषोत्तमदास महाराज ने क्षेत्र के खेड़ापा गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भामाशाह द्वारा निर्मित मुख्य द्वार के लोकार्पण समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही.


इस मौके पर आचार्य पुरुषोत्तमदास महाराज ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में अधिकांश विकास कार्य और सुविधाएं सरकारी स्तर पर ही मुहैया करवाई जाती है, लेकिन विद्यालय के गुरुजनों की सकारात्मक सोच से ग्रामीणों और भामाशाहों का भी सहयोग लेकर विद्यालय का विकास करवाया जाए, तो ग्रामीणों का विद्यालय से सीधा जुड़ाव भी बन जाता है.


5 लाख रुपये की लागत से मुख्य द्वार का निर्माण
इस दौरान आचार्यश्री ने खेड़ापा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भामाशाह द्वारा 5 लाख रुपये की लागत से बनवाए गए मुख्य द्वार बनवाने की भी सराहना की. खेड़ापा सरपंच जेठाराम माचरा ने बताया कि स्वर्गीय रुपाराम पुत्र बालूराम बावरी की स्मृति में उनकी पत्नी शिवली देवी व पुत्र रामप्रकाश बावरी व परिजनों ने विद्यालय में 5 लाख रुपए की लागत से मुख्य द्वार का निर्माण करवाया है. जिसका लोकार्पण रामधाम खेड़ापा के गादीपति आचार्य पुरुषोत्तमदास महाराज एवं उत्तराधिकारी संत गोविंदराम शास्त्री ने विधिवत रूप से फीता काटकर किया.


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कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में भामाशाह रामप्रकाश बावरी के साथ शिवलीदेवी, बाबूदेवी, अशोक, बतुदेवी, सुनीता, जयश्री, रक्षिता, खेड़ापा सरपंच जेठाराम माचरा, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि हीराराम कुरडिया, उप सरपंच प्रतिनिधि मंगलसिंह राजपुरोहित, प्रधानाचार्य रामचंद्र चौधरी, पूर्व प्रधानाचार्य शिवदानराम पंवार, एलडीसी हापूराम चौधरी, वार्डपंच श्यामसिंह, पूर्व वार्डपंच नैनाराम सैन, एसएमसी अध्यक्ष रेवतराम, पूर्व अध्यक्ष रामपाल प्रजापत, युवा संत भक्तिराम रामस्नेही, रामदयाल धतरवाल, पप्पूराम कुरडिया, धर्माराम बावरी, रामपाल खोजा, अध्यापक रामूराम मेघवाल, रामदीनराम भाटी, पीटीआई विमला नवल, श्यामलाल बावरी, सेवाराम बावरी और नारायणराम माली समेत विद्यालय स्टाफ, विद्यार्थी एवं ग्रामीण भी उपस्थित रहे.