जोधपुर: जिले के सबसे बड़े अस्पताल एमडीएम मोर्चरी से बॉडी गुम होने के मामला सामने आया. हालांकि एमडीएम प्रशासन अपनी गलती मान रहा हैं, इधर घटना के बाद पुलिस में भी हड़कंप है कि आखिर मृतक का शव गया तो कहां गया?  कहीं शव को दूसरे लोगों को तो नहीं सुपुर्द कर दिया. फिलहाल इस मामले को लेकर अब एमडीएम प्रशासन और पुलिस जांच में जुटी है. 


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गौरतलब है कि भेराराम नामक व्यक्ति एम्स रोड पर घायल हालत में मिला था. इसकी सूचना के बाद पुलिस ने उसे इलाज के 20 जून को एमडीएम में भर्ती करवाया. जहां उसकी पहचान भेराराम निवासी भवरानी जालोर के रूप में हुई. 23 जून को भेराराम की इलाज के दौरान एमडीएम में मौत हो गई. पुलिस ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी.


 सूचना के बाद कल से ही परिजन भेराराम का शव लेने के लिए एमडीएम मोर्चरी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा. आज परिजनों को संदेह हुआ तो उन्होंने अस्पताल प्रशासन से बात की तो उन्होंने भेराराम का शव नहीं मिलने की बात कही. इसके बाद पुलिस भी एमडीएम मोर्चरी पहुंची. 


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फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में अंदेशा है कि भेराराम का शव किसी ओर को दे दिया गया है. हालांकि अभी तक कारण सामने नहीं आए, लेकिन यह अस्पताल प्रशासन की बड़ी चूक है. ऐसे में मृतक के परिजन लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और शव की मांग कर रहे हैं.


Reporter- Bhawani bhati


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