Phalodi: गुजरात के बड़ौदा निवासी भागवत दंपति राहुल भागवत और निशा भागवत ने समुचे देश का भ्रमण कर गांव-गांव, ढाणी-ढाणी, शहर-शहर जाकर प्रर्यावरण संरक्षण और जीव रक्षार्थ भावना जागृत करने का संदेश देते हुए फलोदी के कुरजां संरक्षित क्षेत्र खीचन गांव पहुंचे.


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जहां उनका वन्य जीव प्रेमियों ने जमकर स्वागत किया. एक ऐसे दंपति जो अपना सबकुछ छोड़कर सिर्फ और सिर्फ प्रर्यावरण और जीव रक्षार्थ अपने आपको समर्पित कर उनके संरक्षण का संदेश देने भारत भ्रमण करने निकल पड़ा, जो हर किसी के लिए संभव नही है. 


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गुजरात के बड़ौदा निवासी भागवत दंपति का जो अपने जीवन की सारी पूंजी, व्यापार सब समेट कर सिर्फ और सिर्फ प्रर्यावरण और जीव रक्षा का संदेश देकर देश के प्रत्येक गांव, ढाणी पहुंच कर लोगों को केवल एक पेड़ लगाकर उसे पूर्णतया पनपने का संदेश देते हुए फलोदी के खीचन गांव पहुंचे, जहां उन्होंने कुरजां संरक्षित क्षेत्र का अवलोकन कर फलोदी स्थित वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर भी अवलोकन किया. 


जहां उपचाराधीन हिरण को देखकर भावविभोर हो गए. प्रर्यावरण संरक्षण देने मध्यप्रदेश से निकले दंपति साधारण जीवन शैली के साथ देश के शहरों-कस्बों और गांवों का सफर तय कर रहे हैं, जिसके चलते ये दोनों लोगों के साथ रहकर जमीनी स्तर पर मुलाकात कर सभी से निवेदन कर मात्र एक पेड़ लगाने का आग्रह कर रहे है. 


सबसे बड़ी और गौर करने वाली बात तो ये है कि दोनों दंपति राहुल भागवत और निशा भागवत ने अबतक बच्चे को जन्म नहीं दिया, ये सोचकर कि कहीं हमारा ये सफर अधूरा न रह जाए, इतना ही नहीं जिस किसी शहर, गांव, ढाणी से ये दंपति गुजरते हैं, वहां के लोगों से अपनी गाड़ी पर एक संदेश जरूर लिखवाते है. 


इस तरह कई राज्यों से होकर गुजरे इस दंपति की गाड़ी पर जगह विभिन्न भाषाओं में लोगों के संदेश लिखे देखें जा सकते है. मध्यप्रदेश से निकले ये दंपति राहुल भागवत और निशा भागवत के फलोदी पहुंचने पर यहां उनका पक्षी प्रेमी सेवाराम माली द्वारा कुरजां संरक्षित क्षेत्र और उनके विचरण स्थलों का अवलोकन करवाया गया. 


इसके बाद वे फलोदी पहुंचे जहां वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में वेटरनरी डॉ भागीरथ सोनी, प्रर्यावरण प्रेमी मुकेश जैन सहित कई लोगों ने उनकी गाड़ी पर शुभकामनाएं संदेश लिखकर उनका मान और सम्मान बढ़ाया. इसके बाद दोनों प्रर्यावरण प्रेमी दंपति जैसलमेर की ओर निकल गए, जहां वे गोडावण संरक्षित क्षेत्र का अवलोकन कर गांव- गांव वन्य जीवों के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश देंगे.


Reporter: Arun Harsh


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