Udaipur: उदयपुर के सलूम्बर कस्बे में रावलीपोल स्थित राज महलो का भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग के अधिक्षक डॉ. बीवी सिंह द्धारा अवलोकन किया गया, जो महलों के वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर भारत सरकार को सौंपेंगे.


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जानकारी के अनुसार क्षेत्रिय विधायक अमृतलाल मीणा द्धारा विरागंना हाड़ी रानी के एतिहासिक महलो के संरक्षण कि मांग भारत सरकार से कि गई, जिसके परिणाम स्वरूप भारत सरकार के निर्देश पर भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग जोधपुर के अधिक्षक डॉ. बीवी सिंह यहां रावलीपोल प्रांगण पहुंचे. जहां अधिक्षक ने जोधनिवास, बड़ी कन्याषाला, अन्दर का चारभुजा, आदी महलों का अवलोकन किया. अधिक्षक ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार स्थानिय राजमहलों के वर्तमान स्थिति का अवलोकन कर रिपोर्ट तैयार करेंगे.


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वहीं अधिक्षक के पीए द्वारा एडवोकेट राकेष प्रजापत, वेणीराम सुथार, रमेष उस्ता, प्रहलाद पटेल, संजय आमेटा, सौरभ कोठारी, दुष्यन्त भट्ट, गिरीष पटेल आदी से वार्ता कर राजस्व रिकार्ड में महलों की स्थिति की जानकारी ली. साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा महलों के संरक्षण करने कि स्थिति में आने वाली चुनौतियों और नियमों की जानकारी भी दी. एडवोकेट प्रजापत ने राजस्थान धरोहर प्राधिकरण प्रमुख डॉ. औकार सिंह लखावत से वार्ता कर अग्रीम जानकारी विभाग को उपलब्ध करवाने की बात कही. वहीं सुथार ने पीए से वार्ता कर कहा कि वीरांगना हाड़ी रानी के एतिहासिक बलिदान की अमर गाथा को संजोये इन महलों को संरक्षण के लिए सरकार कदम उठाये. जनमानस की भावना है कि यह एतिहासिक महल आने वाली पीढ़ी को भी राष्ट धर्म का पाठ सिखाये.


Reporter- Avinash Jagnawat