Jodhpur News: 5 दिवसीय अंतराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
Jodhpur News: COP 20 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पर्यावरण की दिशा में रखे गए विज़न को साकार करने के लिए ग्लोबल साउथ देशों के साथ लैंड मैनेजमेंट की दिशा में 5 दिवसीय अंतराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ.
Jodhpur News: केंद्रीय शुष्क वन अनुसंधान संस्थान में पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ. यह प्रशिक्षण शिविर आई सी एफ आर ई देहरादून के तत्वाधान में आयोजित हुआ. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर आई सी एफ आर ई के डायरेक्टर जनरल कंचन देवी उपस्थिति रही कार्यक्रम के अध्यक्षता आफरी के निदेशक तरुण कांत ने की.
इस प्रशिक्षण शिविर में 15 देश के 19 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इस 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का विषय '' इंटरलग्रेटेड स्ट्रेटेजिक टू कॉम्बैट डिजरटिफिकेशन एंड लैंड डिग्रेडेशन '' है. भारत में वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद के तत्वाधान में कार्य करने वाले 9 संस्थानों में से आफरी पश्चिमी क्षेत्र के रेगिस्तान के पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र पर रिसर्च करने वाला एक मात्र संस्थान है. इस प्रशिक्षण शिविर ने अलग अलग देशों से आए प्रतिनिधियों को रेगिस्तान और इसके पारिस्थितिकी तंत्र से और इससे जुड़े किए गए रिसर्च के बारे में नजदीकी से जानने का अवसर मिलेगा.
यह प्रशिक्षण शिविर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार के अंदर आने वाले वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद के इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च एंड एजुकेशन जो देहरादून के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है. वर्ष 2023 में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर सस्टेनेबल लैंड मैनेजमेंट शुरू किया गया था. 2019 में 20 देशों का '' COP 20'' का आयोजन किया गया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा करते हुए इस सेंटर को खोलने का विजन रखा था, जिसके अंतर्गत जितने भी ग्लोबल साउथ देश है उनके साथ कॉलोब्रेशन कर लैंड मैनेजमेंट की दिशा में रिसर्च और प्रशिक्षण करेंगे.
इसी के अंतर्गत यह तीसरा स्थानीय इंटरनेशनल ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में पूरे विश्व में किस तरह से लैंड मैनेजमेंट की दिशा में कार्य और रिसर्च किया जा रहा है, उसके बारे में विचारों को साझा किया जाता है. आई सी एफ आर ई के डायरेक्टर जनरल कंचन देवी ने बताया कि 15 देशों के 19 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है. इस तरह के प्रशिक्षण में दो तरफा ज्ञान का आदान प्रदान किया जाता है, जो भी प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है वे लैंड मैनेजमेंट में एक्सपर्ट हैं और अपने - अपने देशों में रिसर्च कर रहे है. वसुदेव कुटुंबकम के तर्ज पर एक साथ मिल कर कार्य करने का अवसर भी प्रदान करता है.
वहीं आफरी के निदेशक तरुण कांत ने बताया कि इस हैं आफरी परिस्थितिकी तंत्र डेजर्ट टेक्नोलॉजी पर कार्य करता रहा है. पश्चिमी क्षेत्र में बढ़ते हर डिजरटिफिकेशन पर किस तरह से कार्य किया जा सकता है. हमारे मॉडल्स को 15 देशों से आए एक्सपर्ट्स के साथ साझा करेंगे. इस प्रशिक्षण शिविर में न सिर्फ विचारों का आदान प्रदान होगा बल्कि आफरी द्वारा किए गए शोध कार्यों को जमीनी स्तर का निरीक्षण भी करवाया जाएगा.