Jodhpur news: जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के हॉकी खेल मैदान में हुए सामूहिक दुष्कर्म का मामला चर्चा में है.आयोग ने ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए  एसओपी.बनाने के साथ कारगर कदम उठाने की भी बात कही.आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने जोधपुर में बच्चियों के मामले में राजनीति नहीं करने की अपील की है.


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जोधपुर में बालिका गृह जाकर पीड़िता से मुलाकात की है, और घटनाक्रम की जानकारी ली है.उन्होंने हाल ही में 7 वर्ष की स्कूली बालिका के साथ स्कूल के ही चपरासी द्वारा किए गए दुष्कर्म मामले में भी बालिका के घर जाकर बालिका और उनके परिवार जनों से मुलाकात की और स्थिति की जानकारी ली.


नाबालिक सामूहिक दुष्कर्म मामले में राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल आज जोधपुर पहुंची और उन्होंने बालिका गृह जाकर पीड़िता से मुलाकात की और घटनाक्रम की जानकारी ली साथ ही  इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, बाल संरक्षण आयोग इसकी कड़ी निंदा करता है.


 उन्होंने कहा कि वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि पीड़िता के हितों की रक्षा कर सकें. सामूहिक दुष्कर्म मामले की पीड़िता से मुलाकात की है यह सुनिश्चित किया है कि उसे किसी तरह की समस्या ना हो.


उन्होंने प्रदेश स्तर पर कोचिंग संस्थानों के साथ बैठक कर ऐसे मामलों में  एसओपी.तैयार करने के लिए कहा है.उन्होंने कहा इसके अलावा माउंट आबू में होने जा रही बाल आयोग के अध्यक्ष और अधिकारियों की बैठक में ऐसे मुद्दों को लेकर ठोस नीतिगत निर्णय लेकर उनको अमलीजामा पहनाने का काम कर गए. 


 संगीता बेनीवाल ने आज एक बार फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का नाम लिया जिसको लेकर बीते दिन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सवाल उठाए थे. जेएनवीयू से जुड़े मामले में कठोर शब्दों में निंदा करते हुए संगीता बेनीवाल ने शेखावत के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि शायद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने अपने कानों में रुई डाल रखी है मैंने जयपुर में पत्रकार वार्ता में सिर्फ अपनी बात रखी थी किसी भी मंत्री का कहीं जिक्र नहीं किया है.


इतना ही नहीं संगीता बेनीवाल ने उल्टे जल शक्ति मंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि आसोप और बनाड़ के मामले में केंद्रीय मंत्री क्यो चुप है.एबीवीपी के टिकट दिलाने के नाम पर किस तरह का कृत्य किया गया.


 उन्होंने कहा कि वह खुद बच्ची से मिली.उन्होंने नेताओ से अपील भी की बच्चों के नाम पर राजनीति न करें. राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग इस मामले में जयपुर और उसके बाद जोधपुर में पत्रकार वार्ता की वहीं, अब मामले में  छात्र संगठनों के नाम आने से बयानबाजी भी जोर पर है. उम्मीद है इस मामले को ध्यान में रख आने वाले समय में घटना की पुनरावृति ना हो प्रदेश में महिलाओं को सम्मान मिले स्कूल और कॉलेज की बालिकाओं के साथ ज्यादादती न हो इसको लेकर  और कारगर कदम उठाए जाएंगे.


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