Jodhpur News: बंगाली समाज द्वारा सार्वजानिक पांच दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव आयोजित करने का उद्देश्य यह है कि बंगाल की संस्कृति से जोधपुर वासियों से रुबरु करवाना है. साथ ही मां दुर्गा की आशीर्वाद हर जाति समाज को मिले. 


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समाज पर्यावरण का भी ध्यान में रखकर मूर्ति विसर्जन के पश्चात जलाशय प्रदूषित नहीं हो एवं जलियों जंतुओं को किसी प्रकार की हानी ना हो इसी को देखते हुए मां दुर्गा की मूर्ति को गंगा की पवित्र मिट्टी से बिना केमिकल युक्त कलर, घास जो जलियो जंतुओं आहार व पिलाई इस्तेमाल कर 15 फुट की मूर्ति का निर्माण कोलकाता से आए हुए मूर्ति कलाकारों द्वारा किया गय .


समाज के प्रवक्ता सुमन विश्वास ने बताया कि बंगाली समाज के सार्वजनिक दुर्गा पूजा महोत्सव सोमवार से कुड़ी हाउसिंग बोर्ड 9 सेक्टर सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पंचमी के दिन शाम को 7 बजे कोलकाता से आए हुए पंडित द्वारा देवी बोधन के साथ शुरू होगा. वहीं, शनिवार को विजय दशमी के दिन सुबह 9 बजे दशमी पूजा, पुष्पांजलि, दर्पण विसर्जन, विसर्जन कार्यक्रम के पश्चात विजय सम्मेलन कर दुर्गा पूजा महोत्सव का समापन किया जाएगा. 


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तपन रॉय एवं उनकी टीम द्वारा मां दुर्गा को स्थापित करने के लिए भव्य पंडाल का निर्माण किया गया. पंडाल बांस, वल्लि, थर्मोकॉल, पिलाई एवं रंग बिरंगी कपड़े से तैयार किया गया. पंडाल को आकर्षित बनाने एवं सजावट के लिए दीपक सरकार द्वारा थर्मोकोल के अलग-अलग डिजाइन बनाकर भव्य रूप दिया गया. 


बता दें कि पूरे देश में नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी के चलते जगह-जगह मेले लगे हुए और डंडिया रास का आयोजन हो रहा है. इसी के चलते जगह-जगह रंग-बिरंगी लाइटों की रौनक लगी हुई है.