जोधपुर: गहलोत सरकार की विफलताओं पर बरसे शेखवात, दिया ये बड़ा बयान
जोधपुर न्यूज: राज्य सरकार की विफलताओं को लेकर गजेंद्र सिंह शेखवात ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पेपर लीक मामले में भी सरकार को घेरते हुए बड़ा बयान दिया है.
जोधपुर: भारतीय जनता पार्टी जोधपुर शहर की ओर से प्रदेश सरकार की विफलताओं को लेकर नहीं सहेगा राजस्थान कार्यक्रम किया जा रहा है. 18 से 24 जुलाई तक होने वाले कार्यक्रम को लेकर आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से बात की.
शेखावत ने सरकार पर जमकर निशाना साधा
इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल की विफलताओं को गिनाते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है . कांग्रेस सरकार में प्रदेश भ्रष्टाचार के मामले में देश में नंबर वन पर आ गया है . उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है.
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले सरकार ने किसानों के कर्ज माफी की बात कही लेकिन कर्ज माफी नहीं कर किसानों के साथ धोखा किया.जबकि सरकार सत्ता में इन वादों के साथ आई थी. उन वादों को सत्ता में आने के बाद भूल गई . आज प्रदेश बेरोजगारी के मामले में देश में नंबर वन पर है . प्रदेश का हर तीसरा युवा बेरोजगार है. उन्होंने कहा कि सरकार को केवल और केवल 5 साल तक अपनी कुर्सी बचाने में रही .
आपसी झगड़ों में उलझी रही सरकार को जनता और आमजन से कोई सरोकार नहीं रहा . उन्होंने कहा कि सरकार में पीएफआई जैसे संगठन को जुलूस निकालने की अनुमति दी जाती है और रामनवमी जैसे कार्यक्रम में धारा 144 लगाकर जुलूस निकालने से रोका जाता है. उन्होंने पेपर मामले को लेकर सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तो इस मामले में जांच शुरू हुई है और सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग पहुंचने शुरू हो गए हैं.
जयपुर बम ब्लास्ट को लेकर बोले गजेंद्र सिंह शेखावत
यही नहीं उन्होंने जयपुर बम ब्लास्ट को लेकर आरोपियों के मामले में मजबूती से कोर्ट में पक्ष नहीं रखने और पैरवी पैनल के वकील के भरोसे कर केस को कमजोर करने का आरोप लगाया. साथ ही संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव मामले में कहा कि उनके खिलाफ अब तक सरकार ने वकीलों की फीस के नाम और 5 करोड़ खर्च कर दिए .अगर सरकार को पीड़ितों से इतना ही हमदर्दी है तो सरकार यह पैसा उन परिवारों को भी दे सकती थी, लेकिन सिर्फ झूठा उन्हें इस मामले में फसाए रखने के लिए सरकार ने यह किया.
उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी के वकील कौन है और वह किस पार्टी से ताल्लुक रखते हैं मामले में मुख्य आरोपी के पास इतने पैसे देने के लिए कहां से आए . उन्होंने खनन घोटाला जल जीवन मिशन योजना में 20 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप लगाया .उन्होंने कहा कि योजना भवन में इतनी सारी नकदी और सोना मिला लेकिन सरकार ने केवल एक कर्मचारी पर कार्रवाई कर महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अधिकारियों और लोगों को बचाने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि सरकार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रही. दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार के मामले बढ़े हैं. इस सरकार में किसी भी वर्ग की सुनवाई नहीं है. साधु संतों को मंदिरों और जमीनों को बचाने के लिए आंदोलन करना पड़ा लेकिन सरकार ने इसके बावजूद भी सुनवाई नहीं की और संत ने आत्मदाह तक कर लिया.
उन्होंने उदयपुर में कन्हैयालाल करौली में हुए दंगे का उदाहरण देते हुए कहा कि इस सरकार में सांप्रदायिक तत्वों को बढ़ावा देने का काम किया है. उन्होंने जोधपुर के जयनरायण व्यास विश्वविद्यालय खेल मैदान में नाबालिग के साथ हुई गैंगरेप की घटना को लेकर आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा की मांग की. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के इस मामले में ट्वीट पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिसकी जिम्मेदारी है वही पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं.
ऐसा सिर्फ इसलिए कर रहे हैं ताकि वह अपनी कमजोरी और गलतियों को छुपा सके. उन्होंने इस मामले में राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष संगीता बेनीवाल को लेकर टिप्पणी की कर कटघरे में खड़ा किया,बल्कि आरोपियो को पुलिस द्वारा बिना तथ्य के एबीवीपी कार्यकर्ता बताने को लेकर सवाल उठाये.
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