Jodhpur News : दिव्या मदेरणा हाल ही में 44 सड़कें निरस्त होने के मुद्दे को उठाकर चर्चाओं में आई. विधानसभा में शांति धारीवाल पर आरोप लगाया था. कि निजी कुंठा के चलते ओसियां क्षेत्र में जेडीए के जरिए बनने वाली 44 सड़कों के ऑर्डर रातों रात निरस्त किए गए. अब दिव्या मदेरणा की एक और डिमांड पर विराम लग गया है. राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने विधानसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए ये जानकारी दी. दिव्या मदेरणा ने राजस्थान विधानसभा में ये सवाल पूछा था.


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दिव्या मदेरणा ने ओसियां विधानसभा क्षेत्र में सामराऊ को उपतहसील बनाने को लेकर सवाल पूछा था. जिसका जवाब अशोक गहलोत सरकार के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने दिया. रामलाल जाट ने कहा कि सामराऊ में उपतहसील नहीं बनेगी. बजट में 1023 नए पटवार मंडल की घोषणा की गई. ओसियां के 33 पटवार मंडल खाली है जिनके प्रस्ताव मांगे गए हैं. प्रदेश में कई पंचायतें ऐसी है जहां पटवार मंडल नहीं है. जिला कलेक्टरों से प्रस्ताव मांगे गए हैं कि कहां-कहां पटवार मंडल खुलेंगे. भौगोलिक परिस्थितियों के आधार पर बड़ी ग्राम पंचायतों का चयन किया जाएगा. हालांकि मंत्री ने ये जरुर भरोसा दिया कि नए पटवार मंडल की मांग को पूरा किया जाएगा.


चर्चाओं में रहती है दिव्या मदेरणा


ओसियां विधायक अपने बेबाक बोल के लिए अक्सर चर्चाओं में रहती है. 25 सितंबर को हुए प्रकरण में खुलकर आलाकमान के साथ खड़ी रही. मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन की बुलाई बैठक में नहीं जाने वालों पर निशाना साधा. शांति धारीवाल, धर्मेंद्र राठौड़ और महेश जोशी पर सवाल खड़े किए.


किरोड़ीलाल मीणा का किया था समर्थन


इस बार किरोड़ीलाल मीणा मामले में शांति धारीवाल के बयान की निंदा की. धारीवाल ने किरोड़ी को आतंकी कहा. वीरांगनाओं के नाते का जिक्र किया. इसका मदेरणा ने विरोध किया. जिसके बाद ओसियां क्षेत्र में 44 सड़के निरस्त करने का आरोप लगाया. इसके जवाब में विधानसभा में दिव्या मदेरणा ने शांति धारीवाल पर जमकर निशाना साधा. उनको जिद्दी और अहंकारी बताते हुए कहा था कि चूंकि मैनें किरोड़ीलाल को आतंकी कहने का विरोध किया. मैनें वीरांगना के लिए नाते शब्द का विरोध किया. जो मुझसे राजनीतिक बदला लने के लिए रातों रात मेरे इलाके की सड़कें निरस्त की गई.


जोधपुर के ओसियां से विधायक


दिव्या मदेरणा पहली बार की विधायक है. जोधपुर के ओसियां से विधायक है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजस्थान कोटे से जगह मिल सकती है. गांधी परिवार की भी करीबी मानी जाती है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अच्छे संबंध माने जाते है.