Jodhpur News: प्रदेश में लगातार बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों पट अंकुश लगाने और बदमाशों अपराधियों को रोल मॉडल मानकर सोशल मीडिया पर फ्लो करने वालो के खिलाफ पुलिस अब सख्त है. इसी कड़ी में प्रदेश के सबसे बड़े दूसरे शहर जोधपुर कमिश्नरेट पुलिस ने भी ऐसे लोगों के खिलाफ ना केवल साख्ति से कार्रवाई कर रही हैं, बल्कि युवाओं को ऐसे अपराधी बदमाशों से दूर रहने के लिए कदम उठा रही है. कुछ ऐसे ही 977 से अधिक युवकों तक पहुंच उनके खिलाफ कार्रवाई की जो लॉरेंस गैंग या अन्य गैंग को फॉलो कर रहे थे.


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राजस्थान के दूसरे बड़े जिले जोधपुर में राजस्थान पुलिस के मुखिया उमेश मिश्रा के निर्देशन के बाद जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के निर्देशन में लगातार अपराधियों की चल रही धरपकड़ के बीच नवाचार करते हुए जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने 977 ऐसे फॉलोवर्स तक पहुंच गई है जो लॉरेंस से जुड़ी गैंग को फॉलोअर्स करने के अलावा कई गुंडा बदमाशों के साथ-साथ 007, 0029 और 0044 के अलावा सोपू गैंग को फॉलो करते हैं.


जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के निर्देशन में जोधपुर कमिश्नरेट की टीम कुछ हटकर उन अपराधियों पर नजर रखे हुए हैं जो सोशल मीडिया के माध्यम से बनाकर माहौल खराब करने की कोशिश में जुटे रहते हैं.

सोशल मीडिया पर अपने गुर्गों को जोड़ कर रखने वालो के बारे में छानबीन करने पर सामने आया कि अपराधियों के ग्रुप को विभिन्न प्रकार के लोग फॉलो करते हैं. जिनमें कुछ अपराधिक भी है और कुछ ऐसे भी हैं जो केवल दिखावे के लिए और मौज मस्ती के लिए इन अपराधियों को फॉलो करते हैं. जिसमें लॉरेंस के ग्रुप को फॉलो करने से लेकर और 007 और 044 ग्रुप के अलावा सोपू ग्रुप भी बताया जा रहा है.


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पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ के निर्देशन में लगातार की जा रही कार्यवाही के तहत डीसीपी गौरव यादव और अमृता दुहन के नेतृत्व की टीम ने ऐसे 1000 लोगों को पता लगाया है जो किसी न किसी रूप से अपराधियों के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े हैं या फिर हथियारों की प्रदर्शन जैसे ग्रुप को फॉलो करते हैं, पुलिस की टीम उन सभी तक पहुंचने के साथ कईयों को गिरफ्तार किया है. कईयों को समझाइश करके छोड़ा है तो कइयों को चेतावनी भी दी गई है.


दरसअल पुलिस की इस पहल से ना केवल सोशल मीडिया पर माहौल खराब करने वालो की पहचान हुई, बल्कि कई ऐसे युवा जो इस उम्र में भटक कर अपराधियो को अपना रोल मॉडल मानने लगे. ऐसे युवाओं से समझाईश कर परिजनों के साथ वार्ता की. ताकि यह युवा राह नही भटके, हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस के यह प्रयास कितने सार्थक होंगे यह तो आने वाला समय बताएगा.