Jodhpur News: जीवित व्यक्ति को पीपाड़ सिटी नगर पालिका ने मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद पीड़ित ने 'मैं जिंदा हूं, मैं सुमेर सिंह हूं'' की हाथ में तख्ती लेकर आज युवक ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर प्रशासन को जगाने का प्रयास किया.


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युवक ने बताया, ''मैं सुमेर सिंह (निवासी पीपाड़ सिटी उचियादा बेरा) जोधपुर का रहने वाला हूं. कुछ समय पहले ही मेरी शादी हुई है. उस वजह से मेरे और मेरी पत्नी के दस्तावेज अपडेट करवाने थे एवं विवाह प्रमाण पत्र बनवाना था. जिस वजह से मैं ई-मित्र पर गया और जब परिवार के सदस्यों की लिस्ट अपडेट करवाने लगा तब मुझे ई मित्र पर पता चला कि परिवार की सूची में से मेरा नाम कट गया है. साथ ही राशन कार्ड से भी मेरा नाम कट गया है.''



युवक ने कहा, '' इस विषय मैं जब मैं पीपाड़ सिटी नगर पालिका गया और वहां मैंने इस बारे में पूछताछ की तो नगर पालिका के बाबू का व्यवहार मेरे प्रति अच्छा नहीं था और उसने मुझे वहां से जाने का बोला. घर आकर मैंने 181 हेल्पलाइन नंबर पर जब यह मामला बताया तब मुझे हेल्पलाइन वालों ने बताया कि आप हमारे डेटाबेस में मृत घोषित हो गए हो और आपका मृत्यु प्रमाण पत्र बन गया है.''



युवक ने बताया कि मृत होने की खबर सुनने के बाद वह तुरंत पीपाड़ सिटी नगर पालिका गया और वहां जाकर अधिकारी से इस विषय में बात की. तब उसे पीपाड़ सिटी नगर पालिका के बाबू गार्ड एवं अधिकारियों ने डराया धमकाया और उसे जबरदस्ती वहां से धक्के मार कर बाहर निकाल दिया. साथ ही कहा गया कि युवक (सुमेर सिंह) यहां वापस नहीं आए.



युवक ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा कि उसके दस्तावेज की त्रुटि में सुधार करवाया जाए और फर्जी तरीके से जो उसका मेरा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया गया है उसे वापस से सही किया जाए. साथ ही यह सब फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई हो और उन्हें सजा दी जाए.



बता दें कि कुछ दिन पूर्व नगर निगम दक्षिण में भी ऐसा ही मामला सामने आया था और अब पीपाड़ में इस तरीके का मामला सामने आया है. जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्रों के लिए दस्तावेजों की आवश्यकता होने के बावजूद कैसे फर्जी प्रमाण पत्र जारी होते हैं इसके लिए जिला कलेक्टर को सख्ती दिखानी होगी.