Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर के सर्किट हाउस में प्रदेश सरकार के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जोगाराम पटेल से मुलाकात की. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जोगाराम पटेल दोनों ही सर्किट हाउस में रुके हुए थे. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने कमरे से निकले और जोगाराम पटेल के कमरे तक पहुंचे. कमरे के अंदर जाकर उन्होंने जोगाराम पटेल को दिवाली की बधाई दी. 

 


 


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दोनों में स्नेह देखते ही बना. इसके बाद कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का हाथ पकड़ कर कमरे के अंदर लेकर गए. इसके बाद उन्हें साफा पहनाकर स्वागत किया. सोफे पर बैठने के बाद में मंत्री जोगाराम पटेल ने गहलोत से अनुमति लेते हुए उनका मुंह मीठा करवाया. गहलोत के साथ उनके कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मौजूद थे. ऐसे में मंत्री जोगाराम पटेल ने चुटकी लेते हुए कहा कि मैंने आपके कार्यकर्ताओं को कहा है कि अशोक गहलोत मेरे बड़े भाई के हैं और उन पर मेरा पहला हक बनता है. 



ऐसे में मेरे बड़े भाई के स्वास्थ्य का ख्याल रखना आपकी जिम्मेदारी है. मैं आपको इसकी भोलावन (जिम्मेदारी) दे रहा हूं. इस बात पर गहलोत ठहाके लगाते हुए दिखाई दिए. एक पल तो पूरे कमरे में माहौल खुशनुमा हो गया. राजनीतिक द्वेष भूलाते हुए दोनों ही नेताओं ने मारवाड़ की अपनायत की परंपरा से एक दूजे को दिवाली की बधाई दी. इसके बाद अशोक गहलोत जोगाराम पटेल के कमरे से निकले और मीडिया से बातचीत की. 



लेकिन स्नेह मिलन के बाद वह फिर से भाजपा पर हमला करते हुए दिखाई दिए. अशोक गहलोत ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए सबसे पहले दिवाली की बधाई दी. उन्होंने कहा कि गरीबों को गणेश मानकर इस दिवाली पर पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया. आज इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है. 



इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी जैसी महान नेत्री और उनके बलिदान भुलाया नहीं जा सकता है, लेकिन आज के सत्ताधारी पार्टी उस महान नेत्री को याद तक नहीं करते हैं. यह विचार करने की आवश्यकता है. राजनीतिक विचारधाराएं भले ही अलग हों, लेकिन इंदिरा गांधी जैसी नेता ने जिसने देश के लिए बलिदान दिया. उसे याद करना चाहिए.



अशोक गहलोत के बयान के बाद कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने भी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत से मुलाकात की है, उनको दीपावली की बधाई दी है लेकिन सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा त्याग और बलिदान को याद नहीं करने के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी सरदार पटेल डॉ भीम अंबेडकर जैसे नेताओं को भी याद करें. 



केवल एक ही परिवार के नेताओं को याद ना करें, पहले वह अपने अंदर भी देखें कि देश में कई महान विभूतियां हुई हैं, तो सबके त्याग और बलिदान को याद करना चाहिए. केवल एक परिवार को नहीं. सर्किट हाउस में दोनों ही नेताओं की मुलाकात चर्चा का विषय बनी रही. लेकिन मुलाकात के बाद फिर से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते हुए दोनों नेता नजर आए. यह भी बड़ी बात है कि एक तरफ दीपावली की शुभकामनाएं तो दूसरी तरफ एक दूसरे के बयानों पर पलटवार किया.