Luni: जोधपुर जिले के लूणी उपखंड मुख्यालय पर मंगलवार को जिले भर से आए सैकड़ों की तादाद में सरगरा समाज के समाज बंधुओं ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन लूणी उपखंड तहसीलदार को सौंपा. ज्ञापन में बताया कि सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग जयपुर द्वारा अनुसूचित जाति की सूची में क्रम संख्या 55 पर दर्ज सरगरा जाति को हिंदी में सरगड़ा का दिया गया है. 


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इस को पुनः संशोधित कर सरगरा अंकित करने की मांग को लेकर यह ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में बताया कि सरगरा जाति अनुसूचित जाति वर्ग में आती है, जबकि वर्तमान में जाति प्रमाण पत्र ऑनलाइन और ई-मित्र के माध्यम से बनाए जा रहे, जिसमें हिंदी में सरगड़ा लिखा हुआ आ रहा है. यह किसी व्यक्ति विशेष का षड्यंत्र है जिसे सरगरा जाति को नीचा दिखाने और अपमानित करने की कोशिश की जा रही है, जिससे समाज में आक्रोश का माहौल है. वहीं बीते कई दिनों से प्रदेश भर में सरगरा जाति समुदाय द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है.


भारत आजाद होने के 75 साल बाद भी ऐसी षड्यंत्र कारी हरकत द्वारा किसी जाति विशेष को अपमानजनक तरीके से संबोधित करने का उद्देश्य किसी भी मायने में उचित नहीं है, इससे समाज में आक्रोश का माहौल है. आज सैकड़ों की तादाद में लूणी के और आसपास के अनेक क्षेत्रों से आए समाज के समाज बंधुओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा जाति अक्षरों में संशोधित करने की मांग की. ज्ञापन में बड़ी संख्या में युवा और समाज के लोग मौजुद रहें.


Reporter: Arun Harsh