Jodhpur: जिले की फलोदी विधानसभा के बाप में शिक्षक दिवस के मौके पर चारणाई गांव में मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा के लिए विशेष पहल की गई है. गांव के युवाओं ने लड़कियों की शिक्षा व उनकी स्कूली पढ़ाई की निरंतरता तथा शिक्षकों की मदद हेतु पढ़ी-लिखी नवयुवती रुखसाना को शिक्षा-सहयोगी के रूप में कार्य करने की जिम्मेदारी देने का निर्णय किया है. बाप के चारणाई के सामाजिक कार्यकर्ता मौलवी जमालुदीन व पूर्व सरपंच हैदर अली ने बताया कि रुखसाना स्कूल में नामांकित लड़कियों को नियमित रूप से स्कूल जाने के लिए प्रेरित करेगी, शिक्षकों व अभिभावकों के संपर्क में रहेगी, यदि लड़कियां या शिक्षक या अभिभावक किसी प्रकार की समस्या बताएंगे तो इन सभी भी बीच संवाद करेगी, जिससे बालिकाओं की पढ़ाई बीच में ना छूट जाए साथ ही बड़ी उम्र की निरक्षर लड़कियों को शिक्षण कराएगी, इसके साथ ड्रापआउट लड़कियों को ओपन स्कूल की परीक्षा की तैयारी में मदद करेगी.


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रुखसाना को जिम्मेदारी देने के बारे में हुई चर्चा में समसुद्दीन, निसार खां, सत्तार खां, मोहम्मद हाजी, रऊफ, सद्दाम हुसैन आदि ने सहयोग-राशि एकत्रित करने के लिए सहमति दी और निर्णय लिया गया कि जनसहयोग से एकत्रित राशि से शिक्षा-सहयोगी रुखसाना को प्रति माह 5 हज़ार रुपए मानदेय का भुगतान किया जायेगा. रुखसाना के इस कार्य में अमन युवा मंच की असमा, मनीषा, सतार, अब्दुल रहमान आदि भी सहयोग करेंगे.


दूसरा दशक के इक़बाल मेहर ने बताया कि रुखसाना को पढ़ना-लिखना नहीं आता था. दूसरा दशक द्वारा संचालित इखवेलो में उसने पढ़ना-लिखना शुरू किया व कम्प्यूटर चलाना भी सीखा. इससे उसकी आगे पढ़ने में रुचि पैदा होने पर फलोदी के दूसरा दशक के आवासीय शिविर में रह कर रुखसाना ने  ओपन स्कूल से 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की. चारणाई ग्राम पंचायत में पिछले 4 साल में अब तक करीब 50 ड्रापआउट महिला-पुरुष ओपन स्कूल के माध्यम से परीक्षा पास कर फिर से शिक्षा की धारा से जुड़ें हैं.


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