Jodhpur Viral News : जोधपुर के बिलाड़ा विधानसभा में जोधपुर डिस्कॉम बिलाड़ा के  सहायक अभियंता पर कर्मचारियों से रुपए मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद भी उच्च अधिकारियों ने अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की. सहायक अभियंता की कई बार लोगों ने शिकायत भी की. लेकिन उच्च अधिकारियों ने शिकायतों को नजरअंदाज कर उसका बचाव करते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि यह जांच का विषय है कि आखिकार यह ऑडियो किसका है.


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लोगों की माने तो बिलाड़ा सहायक अभियंता पद पर बैठे हैं. सहायक अभियंता द्वारा लाइनमैन व कर्मचारियों को कोई भी विद्युत विभाग द्वारा काम होने पर पहले रुपए का खेल खेला जाता है. उपभोक्ताओं द्वारा रुपए लेने की मांग करता है. उपभोक्ताओं के कृषि कनेक्शन का अगर ट्रांसफार्मर जल जाता है तो बगैर रुपए ट्रांसफार्मर नहीं देते हैं. यही नहीं उपभोक्ता पैसे देने के बाद हाथों हाथ ट्रांसफार्मर दे दिया जाता है. उपभोक्ताओं द्वारा पैसे नहीं देने पर उसको कई महीनों तक बिजली घर के चक्कर काटने पड़ते हैं. आखिर किसान को अपने फसल के लिए लाइनमैन को पैसे देने पड़ते हैं. जिसे ट्रांसफार्मर मिल जाता है रुपए लेकर लाइन को हटाकर अन्य जगह पोल खड़े कर लाइन लगा देते हैं. जिसे विद्युत विभाग को लाखों रुपए का घाटा पहुंचाता हैं.


 



कर्मचारियों पर बनाता है दबाव 


सहायक अभियंता द्वारा रुपए लेकर कोई भी अनैतिक विद्युत संबंधी कार्य कर देता है और सहायक अभियंता लाइनमैन व कर्मचारियों पर दबाव बनाकर रखते हैं और कहते हैं कि कोई भी विद्युत संबंधी कार्य के लिए रुपए लेकर आए हैं और कर्मचारी पैसे नहीं देता है, तो उसको परेशान कर उसका स्थानांतरण कर देता है. विद्युत विभाग में मीटर जलना, नई लाइन बिछाना, नए कनेक्शन करवाना हो तो बिना पैसे दिए हुए काम नहीं होता है.


निगम को लगा रहा लाखों रुपए का चूना


सहायक अभियंता अपनी निजी गाड़ी में निगम का पेट्रोल भरवाता है जिसे विद्युत निगम को लाखों रुपए का चूना लगवाता है. सहायक अभियंता कर्मचारियों को कहते हैं कि मैंने पैसे देकर स्थानांतरण करवाया हैं, इसलिए कोई भी काम के पैसे लगेंगे. सहायक अभियंता का हेडक्वार्टर बिलाड़ा में स्थित है और निगम का नियम कहता है कि सहायक अभियंता हेड क्वार्टर पर रहे, लेकिन सहायक अभियंता कार्यालय में कब आता है और कब जाता है किसी को भी पता नहीं रहता है. सहायक अभियंता बिलाड़ा में लगभग 4 साल से पद पर जमे हुए और इन 4 सालों में लगभग 10 बार सहायक अभियंता को चार्जशीट मिल गई. लोगों की शिकायतों व सहायक अभियंता को उच्च अधिकारियों की मिलीभगत व जनप्रतिनिधियों की शरण होने से जनता व कर्मचारियों की शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया जाता है और खुलेआम विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है.


Reporter- Bhawani Bhati


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