जोधपुर का शनि मंदिर जहां ताला चढ़ाने पर मिलती किस्मत की चाबी
Shani Temple Jodhpur : राजस्थान के जोधपुर में स्थिति चमत्कारी दक्षिण मुखी शनि धाम मंदिर को लेकर ये मान्यता है कि जो भक्त यहां पूरी श्रद्धा से लोहे का ताला अर्पित करता है. उसकी किस्मत की चाबी मिल जाता है यानि की शनिदेव की कृपा उसको जरूर मिलती है.
Shani Temple Jodhpur : राजस्थान के जोधपुर में स्थिति चमत्कारी दक्षिण मुखी शनि धाम मंदिर को लेकर ये मान्यता है कि जो भक्त यहां पूरी श्रद्धा से लोहे का ताला अर्पित करता है. उसकी किस्मत की चाबी मिल जाता है यानि की शनिदेव की कृपा उसको जरूर मिलती है.
इस मंदिर को जोधपुर का पहला और देश का दूसरा शिंगणापुर शनि धाम मंदिर कहा जाता है. जहां पर शनिदेव, हनुमान जी और पिपलेश्वर महादेव एक साथ विराजित हैं.हर शनिवार यहां भक्तों का मेला लगता है और दूर दूर से भक्त यहां दर्शन को पहुंचते हैं. जाट के खेत के नीचे मिली शनिदेव की मूर्ति, बना राजस्थान का सबसे बड़ा शनि मंदिर
खासतौर पर शनि अमावस्या पर यहां विशेष पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है कि अगर 19 शनिवार कोई शनिदेव की यहां तिलाभिषेक के साथ ही पूर्ण आराधना करेगा उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है. इसलिए यहां दूर दूर से लोग तेल चढ़ाने और ताला अर्पित करने भी आते हैं.
शनि अमावस्या पर यहां पर 108 कुंडी यज्ञ होता है जिसमें रूके कामों को फिर से शुरु कराने या फिर किसी भी बाधा से मुक्ति के लिए भक्त पहुंचते हैं और मंदिर में ताला चढ़ाकर किस्मत के खुलने का इंतजार करते हैं. भक्तों की मंदिर पर अटूट श्रद्धा के चलते हर साल यहां आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है.
शनिदेव का ये मंदिर , जोधपुर के शास्त्री नगर ए सेक्टर में स्थित ये मंदिर रेलवे स्टेशन से करीब 7 किमी दूर है. वही जोधपुर हवाई अड्डा भी मंदिर से सिर्फ 9 किमी दूर हैं. वहीं इस मंदिर से अखलिया चौराहे से मंदिर की दूरी सिर्फ 4 किमी दूर है यहां दूर से आने वाले भक्तों के लिए रुकने की व्यवस्था भी होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZeeMedia पुष्टि नहीं करता है.)