दो दिन बाद सूर्य ग्रहण, गर्भवती महिलाओं को इन 7 बातों का रखना है ध्यान
मान्यता है कि खासतौर पर गर्भवती महिलाओं(Pregnant Women) को सूर्य ग्रहण(Solar Eclipse) के अशुभ प्रभाव से बचाने के लिए इन 7 बातों का जरूर मानना चाहिए. वरना गर्भवती और गर्भ में पल रहे बच्चे पर नकारात्मक असर पड़ता है.
Solar eclipse : दो दिन के बाद यानि की 20 अप्रैल 2023 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं को इन 10 बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. हिंदू पंचांग के अनुसार सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर सूर्य ग्रहण शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगा.
वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस समय सूर्य मेष राशि में हैं. मेष राशि के स्वामी मंगल है. सूर्य ग्रहण को हिंदू मान्यताओं में अशुभ कहा गया है. इस दौरान कोई शुभ कार्य और यहां तक की भगवान की पूजा तक नहीं की जाती है और मंदिरों के पट बंद कर दिये जाते हैं.
मान्यता है कि खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचाने के लिए इन 7 बातों का जरूर मानना चाहिए. वरना गर्भवती और गर्भ में पल रहे बच्चे पर नकारात्मक असर पड़ता है.
किसी भी गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण को देखना नहीं चाहिए और ना ही घर से बाहर इस दौरान निकलना चाहिए.
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को चाकू या कैंची जैसी किसी भी नुकीले या धारदार चीज़ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मान्यता है ऐसा करने पर बच्चे में शारीरिक दोष हो सकता है.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को बिस्तर पर दुर्वा घास को रखना चाहिए और संतान गोपाल मंत्र का जप करना चाहिए.
गर्भवती महिला को ग्रहण के शुरू होने से पहले ही या फिर बाद में ही स्नान करना चाहिए. ग्रहण के समय स्नान वर्जित है.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को उठने बैठने में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को भोजन नहीं करना चाहिए.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को घर में कहीं भी ताला नहीं लगाना चाहिए, और धातु के गहने या तक की हेयर पिन तक से परहेज करना चाहिए.
सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान, ग्रहण काल में गर्भवती को सोना नहीं चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है. (डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है, जिसकी जी मीडिया पुष्टि नहीं करता है )