हिंडौन में गंदे पानी से हाहाकार, 2 की मौत, 150 लोग बीमार, सतीश पूनिया पहुंचे अस्पताल
हिंडौन में गत 5 दिन से शहर की दर्जनों कॉलोनियों में दूषित पेयजल के कारण फैल रहे संक्रमण से दो जने काल का ग्रास बन गए हैं वहीं लगभग डेढ़ सौ से अधिक मरीज शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों के अलावा जयपुर में भी भर्ती हैं.
Karauli : हिंडौन में गत 5 दिन से शहर की दर्जनों कॉलोनियों में दूषित पेयजल के कारण फैल रहे संक्रमण से दो जने काल का ग्रास बन गए हैं वहीं लगभग डेढ़ सौ से अधिक मरीज शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों के अलावा जयपुर में भी भर्ती हैं. इस बीच बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया हिण्डौन पहुंचे और जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों व परिजनों से कुशलक्षेम पूछी और व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पुनिया ने सरकार पर मामले को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब सरकार के मुखियाओं का आपस मे तालमेल नहीं है विभागों में तालमेल कैसे सम्भव है . इस तालमेल के अभाव का खमियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है . इस दौरान उन्होंने कहा कि गत दिनों से शहर की दर्जनों कॉलोनियों में दूषित पेयजल के संक्रमण से मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रोजाना दर्जनों मरीज उल्टी दस्त से पीड़ित होकर अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं . इनमें से कई मरीजों को गंभीर हालत में जयपुर भी रेफर कर दिया गया है. लेकिन जलदाय विभाग और सरकार के कान पर भी जूं नहीं रेंग रही.
उन्होंने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि अस्पताल में किसी भी एंगल से व्यवस्था जिला स्तर के अस्पताल की नहीं है. यहां थोड़ी सी भी इमरजेंसी आने पर जयपुर रेफर के अलावा और कोई रास्ता ही नहीं बचता है. मीडिया और क्षेत्रीय नेताओं की ओर से बार-बार जगाने के बावजूद भी ना तो उपखण्ड और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और ना ही सरकार का इस ओर कोई ध्यान गया. जिसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार के खाने के दांत और दिखाने के और जैसी कहावत चरितार्थ हो रही है. मुखिया केवल अपनी कुर्सी को बचाने में जुटे हुए हैं. उनका क्षेत्र की जनता प्रदेश की जनता की ओर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जल जीवन मिशन योजना के तहत 27000 करोड का बजट राज्य सरकार को दे दिया गया है . लेकिन उस कार्य में खानापूर्ति की गई. उन्होंने कहा कि प्रदेश की 30 फीसदी जनता आज भी दूषित पानी पीने को मजबूर है.
इस तरह कार्य की धीमी गति सरकार की निष्क्रियता का एक नमूना है. उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में पाइपलाइन क्वालिटी, मटेरियल और घटिया सामग्री के उपयोग की जानकारी पूरे प्रदेश भर से मिल रही है. हिण्डौन शहर में भी इस तरह की बड़ी समस्या जो सामने आई है उसके लिए जलदाय विभाग, चिकित्सा विभाग और सरकार पूरी तरह जिम्मेदार हैं . उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में एक बेड पर 3 मरीज भर्ती हैं. इससे बड़ी के अपमानजनक बात और क्या हो सकती है. जहां मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड तक उपलब्ध नहीं है, अन्य संसाधनों की तो बात ही अलग है . उन्होंने कहा कि यह सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाए. उन्होंने कहा कि मैं सरकार को जगाने आया हूं कि सरकार अस्पताल की व्यवस्था और पेयजल की व्यवस्था दूरस्थ करे .
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष पूनिया जिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी पार्षद गोपेंद्र पावटा, अंसार पठान आदि दर्जनों लोगों से मिले और उन्होंने आमजन की बातों को गंभीरता से सुना. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.
Reporter- Ashish Chaturvedi
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