Sangod: यहां सड़कों पर भटकते गौवंश के संरक्षण एवं देखरेख को लेकर यहां नगर पालिका ने करोड़ों रुपए खर्च कर अंता रोड पर गौशाला का निर्माण करवाया. निर्माण कार्य पूर्ण भी हो गया लेकिन गौशाला लोकार्पण को तरस रही है. गौशाला का संचालन शुरू नहीं होने से सड़कों पर भटकते गौवंश को ना तो संरक्षण मिल पाया और ना हीं लोगों की समस्या दूर हुई. 


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नगर पालिका प्रशासन भी इसके लोकार्पण को लेकर रुचि नहीं दिखा रहा. उल्लेखनीय है कि यहां सड़कों पर आवारा जानवर लोगों की सबसे बड़ी समस्या बन रहे है. खासकर बारिश में सड़कें जानवरों की आरामगाह बनी रहती है. इससे सड़क हादसों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. 


इस समस्या से लोगों को राहत दिलाने एवं गौवंश के संरक्षण को लेकर नगर पालिका के पूर्ववती भाजपा बोर्ड ने शहर में गौशाला निर्माण का प्रस्ताव लेकर शिलान्यास भी कर दिया. मौजूदा नगर पालिका के कांग्रेस बोर्ड ने भी इसमें रुचि दिखाई और गौवंश के संरक्षण को लेकर जैसे तैसे बजट की व्यवस्था कर गौशाला का निर्माण शुरू करवाकर पूर्ण करवाया. सैकड़ों गौवंश के गौशाला में रखने की व्यवस्था करवाई, लेकिन गौशाला का निर्माण पूर्ण होने के बाद भी इसका लोकार्पण नहीं हो रहा.


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नहीं हो रहा गौवंश का संरक्षण
सूत्रों की माने तो गौशाला संचालन से पूर्व नगर पालिका स्तर से पार्षदों की समिति का गठन होना है, लेकिन समिति गठन में नगर पालिका का कांग्रेस बोर्ड रुचि नहीं दिखा रहा. ऐसे में गौशाला पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी आवारा गौवंश को संरक्षण नहीं मिल पाया. हालांकि यहां नगर पालिका ने चारे की व्यवस्था करना शुरू कर दिया है. इसके टेंडर भी जारी हो गए है लेकिन गौवंश के संरक्षण को लेकर जो गंभीरता बोर्ड को दिखानी चाहिए वो कहीं नजर नहीं आ रही.