Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर राजस्थान में सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. इस बीच बीजेपी-कांग्रेस का विकल्प बनने की कवायद में सीपीआई-जद(एस)-सपा समेत 6 पार्टियों के साझा संगठन लोकतांत्रिक मोर्चा ने प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने एलान कर दिया हैं.


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तो क्या लोकतांत्रिक मोर्चा 2023 में बीजेपी-कांग्रेस का बिगड़ेगा समीकरण
लोकतांत्रिक मोर्चा के संस्थापक संगठकों में एक जनता दल सेक्यूलर के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन देथा ने अपने हाड़ौती प्रवास के दौरान मीडिया से बात करते हुए, कई बड़े एलान किये. देथा ने इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं में भारी शुल्क लेने की व्यवस्था बंद करने, जाति आधारित जनगणना कराने और जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देने जैसी अपनी मांगों के साथ प्रदेश में आगामी दिनों में आंदोलन खड़ा करने और अपना इलेक्शन रोड़मेप भी जनता के सामने रखने का प्रयास किया.


देथा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने किसानों से कर्जमाफी का वादा किया था लेकिन अभी भी किसानों पर कर्ज है. राजस्थान सरकार कहती है कि केंद्र और बैंको से बात कर रहे है, तो जब घोषणा की थी उस समय इनसे बात की थी क्या. तो अब अपना वादा पूरा क्यों नहीं कर रहे. उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस का कार्यकर्ता परेशान है निराश है. देथा ने कहा कि आगामी चुनाव बीजेपी और लोकतांत्रिक मोर्चा के बीच ही होगा. बीजेपी में सीएम फेस को लेकर लड़ाई है इसका फायदा मोर्चा को मिलेगा. वहीं केंद्र में बीजेपी सरकार ने जो वादे किये थे उन्हें पूरा नहीं किया गया. इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जायेंगे.


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आपको बता दें कि आज तक जितनी भी बार राजस्थान में तीसरा मोर्चा बना है. हमेशा फ्लॉप रहा है. राजस्थान में तीसरा मोर्चे की कोई गुंजाइश होती फिलहाल तो नहीं दिखी है, लेकिन फिर एक बार ये कोशिश होती जरूर नजर आ रही है. फिलहाल विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियां अपने समीकरण बनाने के काम में जुटी हुई है.