पहले पिता का बिजनेस हुआ बंद, फिर 18 दिन पहले हुई मां की मौत, अब हाथ में रिजल्ट पकड़े फफक के निकले आंसू
Rajasthan 10th Topper : कोटा की रहने वाली गौरा कुमारी शर्मा ने दसवीं में 89.67 अंक प्राप्त किए. इसके बाद गौरा खुश तो है लेकिन आंखें नम है क्योंकि बोर्ड परीक्षा में तैयारी करवाने वाली उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है.
Rajasthan 10th Topper : राजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने शुक्रवार को दसवीं बोर्ड के नतीजे जारी कर जिसमें एक बार लड़कियों ने परचम लहराया, लेकिन इन जीत के पीछे कई दूसरी संघर्ष की कहानियां भी छिपी हुई है. एक ऐसी कहानी कोटा की गौरा कुमारी शर्मा की भी है, जिसकी गुरु उसकी मां थी, लेकिन बोर्ड के नतीजे आने से पहले ही मां का साथ छूट गया. दर्शन कोटा के रामपुरा की रहने वाली गौरा कुमारी शर्मा ने दसवीं में 89.67 अंक प्राप्त किए. इसके बाद गौरा खुश तो है लेकिन आंखें नम है क्योंकि बोर्ड परीक्षा में तैयारी करवाने वाली उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है.
रिजल्ट से 18 दिन पहले मां की मौत
रामपुरा इलाके में जयपुर गोल्ड गौरा और उसकी मां मंजू स्कूटी से जा रहे थे. इसी धरा रोडवेज बस ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी. इस हादसे में मंजू देवी की मौत हो गई, जबकि गौरा को भी चोटे आई. गौरा ने बताया कि उसकी मां ने हीं बोर्ड परीक्षा के दौरान उसकी तैयारी करवाई, उसे पढ़ाया जिसकी बदौलत बोर्ड एग्जाम में उसके कुल 538 अंक आए. जिसमें से साइंस में 96 मार्क्स मिले तो वहीं मैथ्स में 88 मार्क्स आए.
पिता का बिजनेस हुआ बंद
वहीं कोरोना काल के दौरान गौरा के पिता का बिजनेस बंद हो गया था, जिसके बाद गौरा की मां ने ही उसे पढ़ाया और आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते गौरा को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूल में दाखिला करवाया. साथ ही गौरा की मां कुछ काम करके घर की आर्थिक स्थिति को भी संभाल रही थी. दसवीं का परिणाम आने के बाद जहां गौरा इस बात से खुश है कि उसकी मां की मेहनत सफल हुई तो वहीं आंखों में आंसू है और मन में सिर्फ एक ही बात है कि मां, आज जो कुछ है आपकी बदौलत है.
यह भी पढ़ेंः
जून में जन्में लोग होते हैं बहुत लकी, जानिए कैसी होती है Personality