कोटा कोचिंग छात्रों के सुसाइड मामले पर मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट, कलेक्टर-एसपी को नोटिस
कोटा में पिछले एक वर्ष अर्थात जनवरी से 31 दिसम्बर 2022 तक 22 कोचिंग छात्र-छात्राओं की मौत हुई है. इनमें 18 छात्र छात्राएं फंदे पर झूले हैं. जिसको लेकर अब मानवाधिकार आयोग नें संज्ञान लिया है.
Kota News: कोटा कोचिंग छात्रों की आत्महत्या पर मानवाधिकार आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है. आयोग ने कोटा कलेक्टर एसपी को नोटिस जारी कर अगली सुनवाई तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. मामले को लेकर आयोग में अगली सुनवाई 3 फरवरी को होगी.
प्रदेश का कोटा शहर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्वर्ग माना जाता है, लेकिन कोचिंग छात्रों की बढ़ती आत्म हत्याओं के कारण ग्रहण लग रहा है.
कोटा में पिछले एक वर्ष अर्थात जनवरी से 31 दिसम्बर 2022 तक 22 कोचिंग छात्र-छात्राओं की मौत हुई है. इनमें 18 छात्र छात्राएं फंदे पर झूले हैं.
कोटा शहर में कई कोचिंग सेन्टर है, जहां प्रदेश और प्रदेश के बाहर के छात्र नियमित रूप से प्रतियोगी परिक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए तैयारी कर रहे है.
कई होनहार छात्र आत्महत्या कर रहे हैं. यह प्रशासन, समाज और अन्य लोगों के लिए चिंता का विषय है. कोचिंग छात्रों की आत्महत्या को लेकर प्रकाशित समाचारों पर स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेते हुए जिला कलक्टर, कोटा एवं जिला पुलिस अधीक्षक, कोटा शहर, कोटा को नोटिस जारी किया.
आयोग अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास का कहना है कि शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक अच्छा माहौल होना जरूरी है लेकिन पिछले कई वर्षों से यह देखा जा रहा है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए जो छात्र कोचिंग सेन्टर में जाते है. वो कुन्ठित हो जाते हैं, जबकि शिक्षा प्राप्त करने के लिए कुन्ठित होना समझ के परे है.
कोचिंग सेन्टरों में छात्रों की सुरक्षा और उनके साथ होने वाले व्यवहार पर अंकुश लगाना आवश्यक है, क्योकिं ये सीधे रूप से मानव अधिकारों से जुड़ा हुआ तथ्य है.
आयोग ने आगामी तारीख पेशी से पहले कुछ बिन्दुओं पर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. आयोग में अगली तारीख 3 फरवरी को मामले की सुनवाई होगी.
क्या प्रत्येक कोचिंग सेन्टर में छात्रों की संख्या निर्धारित है.
कोचिंग सेन्टरों में नियमित रूप से पढाई के लिए किसी प्रकार का भेद-भाव तो नहीं बरता जाता है.
छात्रों के रहने की व्यवस्था कोचिंग सेन्टरों के द्वारा की जाती है या छात्रों को स्वयं रहने की व्यवस्था करनी पड़ती है.
कोचिंग सेन्टरों में ली जाने वाली फीस के संबंध में भी आयोग को अवगत कराया जाए. क्या कोचिंग सेन्टरों में विषयवार फीस ली जाती है या सम्पूर्ण को कोर्स की फीस ली जाती है.
क्या फीस लेने संबंधी कोई परिपत्र शिक्षा विभाग, राज्य सरकार के द्वारा जारी किया गया है अथवा नहीं.