कोटा: NEET के छात्र ने हॉस्टल में लगाई फांसी, एक सप्ताह में सुसाइड का दूसरा मामला
कोटा शहर में दो कोचिंग छात्रों द्वारा अलग-अलग तरीके से आत्महत्या कर ली. गुरुवार को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र स्थित लैंडमार्क सिटी इलाके में एक कोचिंग स्टूडेंट ने सुसाइड किया है. स्टूडेंट ने हॉस्टल के रूम में पंखे से फांसी लगाई.
Kota News: कोटा शहर में कोचिंग छात्रों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. पिछले 1 सप्ताह में कोटा शहर में दो कोचिंग छात्रों द्वारा अलग-अलग तरीके से आत्महत्या कर ली. गुरुवार को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र स्थित लैंडमार्क सिटी इलाके में एक कोचिंग स्टूडेंट ने सुसाइड किया है. स्टूडेंट ने हॉस्टल के रूम में पंखे से फांसी लगाई.
सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची है. शव को कब्जे में लेकर एमबीएस अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम में रखवाया है.वहीं एल फिलहाल सुसाइड के कारण सामने नही आए है. कोचिंग स्टूडेंट धनेश कुमार यूपी के बुलंद शहर का रहने वाला था. डेढ़ महीने पहले की कोटा आया था. गिर्राज रेजीडेंसी हॉस्टल में रहता था. पुस्ते संचालक का कहना है कि स्टूडेंट अपने रूम से बाहर नहीं निकला बाद में धानेष का दोस्त हॉस्टल आया छात्र के रूप में देखा तो छात्र फांसी पर लटका हुआ था इसकी सूचना पुलिस को दी.
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वहीं कुम्हाड़ी थाना सीआई गंगा सहाय ने बताया स्टूडेंट के सुसाइड की जानकारी पर मौके पर आए है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रूम में रखना है मृतक छात्र डेढ़ महापुर कोटा में आया था कोटा में एलेन के अंदर एडमिशन लेकर नीट की तैयारी कर रहा था. आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं लगा है. मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सर्किल ऑफिसर डीएसपी शंकर लाल ने कहा कि एग्जाम को लेकर तनाव और होम सिकनेस छात्र द्वारा इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे का कारण प्रतीत होता है, लेकिन कारण का पता लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा, "प्रथम दृष्टया घर की याद और पढ़ाई का तनाव इस कदम के पीछे का कारण प्रतीत होता है, हालांकि, उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और उसकी मौत के वास्तविक कारण का पता लगाया जाएगा.