रामगंजमंडी को जिला बनाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति ने किया बंद का एलान, निकाली आक्रोश रैली
Kota News: रामगंजमंडी उपखंड को जिला बनाने की मांग को लेकर रामगंज मंडी जिला बनाओ संघर्ष समिति (Ramganj Mandi Jila Banao Sangharsh Samiti) ने रामगंज मंडी को पूरी तरह बंद करवाया रही. वहीं, इस मुद्दे पर भाजपा - कांग्रेस, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने मिलकर रैली निकाल.
Kota, Ramganjmandi: कोटा जिले के रामगंजमंडी उपखंड को जिला बनाने की मांग तेज हो गई है. गुरुवार को रामगंज मंडी जिला बनाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में रामगंज मंडी संपूर्ण रूप से बंद रही. वही भाजपा - कांग्रेस,सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने सामूहिक रूप से आक्रोश रैली निकाल कर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन भी सौप कर रामगंजमंडी को जिला बनाने की मांग की है. वही ज्ञापन के बाद तय हुआ की कल से शहर के गांधी चौक पर सांकेतिक धरना शुरू किया जाएगा. जिसमे आगामी रणनीति बनाई जाएंगी. साथ ही चेतावनी दी की जब तक रामगंज मंडी जिला नहीं बनता तब तक शहरवासियों में आक्रोश रहेगा.
बुधवार देर शाम को रामगंज मंडी बंद का ऐलान होने के बाद से ही गुरुवार सुबह से ही शहर के बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. व्यापारियों ने भी बंद का समर्थन करते हुए अपने प्रतिष्ठान एक दिन के लिए पूरी तरह से बंद रखे है. जिसके बाद राजनीतिक दल,सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से जुड़े लोग पंचमुखी हनुमान मंदिर पर इक्कठा हुए. जिसके बाद सैकड़ो की संख्या में रामगंज मंडी जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले,आक्रोश रैली शुरू हुई.
जो पंचमुखी रोड से होते हुए स्टेशन चौराहे से शाहजी चौराहा होते हुए माल गोदाम चौराहा,थाना चौराहा,खैराबाद चौराहा से उपखंड कार्यालय पहुंची. इस दौरान रैली में मौजूद लोगों ने रामगंज मंडी को जिला बनने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की. साथ ही उपखंड अधिकारी कनिष्क कटारिया को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला बनाना संघर्ष समिति,व्यापार संघ कोटा स्टोन,कृषि उपजमंडी,सामाजिक संगठनों द्वारा अलग अलग ज्ञापन दिया गया.
इसलिए जिला बनने की मांग
पूर्व पालिकाध्यक्ष हुकुम बापना ने कहा की रामगंज मंडी एक संपन्न क्षेत्र है,जहा विश्व विख्यात कोटा स्टोन और धनिया उत्पादन की एशिया की नंबर वन धान मंडी है. जहा राजस्थान में कोटा, झालावाड़, बांरा जिलों से भी अधिक सरकार तक रामगंज मंडी क्षेत्र का रेवेन्यू पहुंचता है. वही भौगोलिक स्तिथि में भी रामगंज मंडी में जिला बनने का स्पेस है. जिला बनाने की मांग लगातार कई वर्षो से चल रही है. लेकिन इस बार राज्य सरकार ने 19 जिले बनाए और रामगंज मंडी को नहीं बनाया ऐसे में अब कांग्रेस भाजपा और शहरवासी आंदोलन कर जिला बनने की मांग कर रहे है. जो राज्य सरकार जल्द ही पुरा करेंगी ऐसी उम्मीद है.
बजट घोषणा के बाद उठी जिला बनने की मांग,थोड़ी देरी हुई
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अजीत पारख ने कहा की राज्य सरकार का अंतिम बजट सत्र से पहले आवाज उठनी थी,लेकिन कोई बात नही देर आए दुरुस्त आए,राज्य सरकार तक अब बात पहुंचाएंगे और रामगंज मंडी को जिला बना कर रहेंगे. जिला बनाने की आवाज अब उठाई है तो अब रामगंज मंडी को पर्सनल जिला बनाएंगे. कयास लगाया की अगर बजट से पहले उठाते तो कही रावतभाटा वाले भी जिला बनाने की मांग तेज कर देते. जिससे रावतभाटा और रामगंज मंडी को मर्ज कर जिला बन जाता लेकिन नाम रावतभाटा का रहता. अब ऐसे में राज्य सरकार चाहे रामगंज मंडी में सांगोद या भवानी मंडी को लेकर जिला बनाए लेकिन जिले का नाम रामगंज मंडी ही रहेगा.
कल से सांकेतिक धरना शुरू
रामगंज मंडी जिला बनाना संघर्ष समिति और पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय गौत्तम ने कहा की रामगंज मंडी पूरे शहरवासी एक हो गए है. अब रामगंज मंडी को जिला बना कर ही दम लेंगे. ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री से मांग की. वही 7 अप्रैल से गांधी चौक पर सांकेतिक धरना दिया जायेगा. जिसमे सभी शहरवासी धरने पर बैठेंगे. जिसके बाद पालिका क्षेत्र के 40 वार्डो में धरना दिया जायेगा.
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