राजस्थान में कई नदियों ने मचाई तबाई, कोटा के इटावा में बने बाढ़ जैसे हालात
लोग अपने आशियानों को छोड़कर आश्रय स्थलों में परिवार सहित शरण लिए हैं. क्षेत्र में चंबल नदी अपने खतरे के निशान से कई मीटर ऊपर बह रही है.
Pipalda: इटावा सहित उपखंड क्षेत्र में पार्वती, कालीसिंध , चंबल और सुखनी नदियों के रौद्र रूप ने क्षेत्र में तबाई मचा दी है. हर तरफ पानी ही पानी और पानी मे फंसी जिंदगियां नजर आ रही हैं.
कई गांव पानी में डूबे हैं. लोग अपने आशियानों को छोड़कर आश्रय स्थलों में परिवार सहित शरण लिए हैं. क्षेत्र में चंबल नदी अपने खतरे के निशान से कई मीटर ऊपर बह रही है. वहीं, इससे सटे किरपुरा और रघुनाथपुरा गांव पूरी तरह डूब चुके हैं.
हालात इस कदर है कि गुड़ला, मियाना, खरवन, आमलदा गेता, राजपुरा, बंबूलिया, धनवा और गोठड़ा सहित कई गांव टापू बन गए हैं. इनके निचले इलाके जलमग्न हो चुके हैं. इसी तरह पार्वती का जलस्तर भी खातोली कस्बे की बस्तियों में पहुंच चुका है और मदनपुरा गांव को प्रशासन ने पूरी तरह खाली करा लिया है.
कालीसिंध नदी खतरे के निशान से 4 मीटर से अधिक ऊपर बह रह रही है, जिससे इसकी सहायक नदी सुखनी ने इस क्षेत्र के इटावा, झाड़ोल, पीपल्दा और करवाड़ कस्बों में भारी तबाही मचा रखी है. सैकड़ो मकान जल भराव में डूब गए है और बाजारों में दुकानें जलमग्न हैं.
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इस तरह क्षेत्र में बने हालातों से जलप्रलय की स्थिति बनी हुई है. वहीं, प्रशासन की व्यवस्थाओं की इस बाढ़ में पोल खुलती नजर आई, जहां लोग गांवो में फंसे रहे और मदद के लिए प्रशासन का इंतजार करते रहे.
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