Arjun Ram Meghwal : अर्जुन राम मेघवाल ने ली स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री की शपथ, जाने उनका पॉलिटिकल बैग्राउंड
Arjun Ram Meghwal : राजस्थान की बीकानेर लोकसभा सीट सी जीत के बाद, अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal ) को स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री का ओहदा मिला है. जानिए कौन हैं अर्जुन राम मेघवाल?
Arjun Ram Meghwal : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha elections 2024) में बीकानेर लोकसभा सीट पर अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal ) की जीत के बाद, अब पार्टी ने उन्हें स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री बनाया है. बता दें, कि उन्होंने कांग्रेस के गोविंदराम मेघवाल (Govindram Meghwal) को शिकस्त दी है.
कितने वोटों से जीते मेघवाल?
दरअसल, BJP के अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर लोकसभा सीट पर 55711 वोटों से जीत दर्ज की है. जानकारी के अनुसार, उन्हें 566737 वोट मिले हैं. जबकि, कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल को 511026 वोट मिले. इसके असावा इस सीट पर बसपा के खेता राम को कुल 8299 वोट ही मिल सके थे.
कौन हैं अर्जुन राम मेघवाल?
अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मोदी सरकार के पिछले कार्यकार में केंद्रीय कानून मंत्री रहे हैं. वे राजस्थान में अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व बीकानेर लोकसभा सीट से सांसद हैं. उन्हें पीएम मोदी का करीबी माना जाता है. पार्टी ने इस बार उन्हें बीकानेर सीट से इलेक्शन में उतारा था, जिसमें उन्हें जीत मिली. बता दें, कि राजनीति में आने से पहले अर्जुन राम मेघवाल पूर्व आईएएस रह चुके हैं.
कहां से हुई शुरुआत?
अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 7 दिसम्बर 1954 को हुआ था. उनके पिता का नाम लाखू राम मेघवाल और मां का हीरा देवी मेघवाल था. गांव में शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने वर्ष 1982 में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) का एग्जाम क्लियर किया. इसके बाद उन्होंने राजस्थान के विभिन्न जिलों में उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक के रूप में काम किया. प्रशासनिक सेवा में रहते हुए उन्होंने डॉ अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी, राजस्थान के महासचिव का चुनाव भी जीता.
RAS में कई साल काम करने के बाद उनका IAS में प्रमोशन हुआ. इसके बाद वे चूरू के जिला कलेक्टर समेत विभिन्न पदों पर तैनात रहे है. इसके बाद राजनीति में शामिल होने के लिए उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस ले लिया. राजनीति में डेब्यू के लिए उन्होंने बीजेपी जॉइन की. वर्ष 2009 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें बीकानेर सुरक्षित सीट से उतारा. जहां उन्होंने अपनी पहली जीत हासिल की.
संसद को किया प्रभावित
अपने पहले ही कार्यकाल में उन्होंने अपने व्यवहार से संसद को प्रभावित किया, जिसके चलते उन्हें 2013 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दिया गया. इस जीत के बाद वे वर्ष 2014 में दोबारा से सांसद चुने गए. इस जीत के बाद पार्टी ने उन्हें लोकसभा में मुख्य सचेतक नियुक्त किया.
मोदी सरकार में बने मंत्री
पीएम मोदी ने उनकी काबलियत को देखते हुए 5 जुलाई को 2016 में अपनी सरकार में वित्त राज्य मंत्री बनाया. इसके बाद वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अर्जुन राम मेघवाल एक बार फिर बीकानेर से सांसद चुने गए. इस बार पीएम मोदी ने उनका प्रमोशन कर दिया था और वे कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे. बता दें कि उन्होंने मोदी सरकार के 2019-24 के कार्यकाल में कानून मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी.
2019 में क्या था चुनावी समीकरण
बता दें, कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल की जीत हुई थी. उनको 6,57,743 वोट मिले. वहीं कांग्रेस के मदन गोपाल मेघवाल 3,93,662 वोट मिले थे. 13,510 मतदाताओं ने नोटा के बटन को दबाया था. वही, साल 2019 में बीकानेर लोकसभा सीट पर 59% वोटिंग हुई थी.
क्या है बीकानेर लोकसभा सीट का गणित
दोनों उम्मीदवार एक ही समुदाय से आते हैं ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि अर्जुन मेघवाल के लिए लोकसभा चुनाव में मुकाबला कांटे का हो सकता है. क्योंकि वोट बंट सकते हैं. बीकानेर संसदीय सीट के अंतर्गत जिले की सात विधानसभा सीट आती हैं. जिसमें बीकानेर पूर्व, बीकानेर पश्चिम, कोलायत, खाजूवाल, लूणकसर, श्री डूंगरगढ़, नोखा के अलावा श्रीगंगानगर की एक विधानसभा अनूपगढ़ शामिल हैं.
बीकानेर सीट पर वोटर्स
पुरुष वोटर्स करीब- 8,47,064
महिला मतदाता करीब- 7,44,004