Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर घमासान जारी है. भले ही पिछले दो राजस्थान लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इस बार चुनाव में कई सीटों पर दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.


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चूरू लोकसभा सीट


चूरू संसदीय क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी देवेन्द्र झाझड़िया मैदान पर हैं, तो कांग्रेस ने बीजेपी के बागी नेता राहुल कस्वां को अपना उम्मीदवार बनाया है. जानकारों का मानना है, कि इस सीट पर दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है. वहीं, पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी 3 लाख 34 हजार 402 वोटों से जीती थी. लेकिन इसमें खात बात यह है, कि तब बीजेपी की ओर से राहुल कस्वां प्रत्याशी थे. लेकिन अब उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़, कांग्रेस से हाथ मिला लिया है. 



जालोर लोकसभा सीट


राजस्थान की जालोर लोकसभा सीट से जहां कांग्रेस की तरफ से पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के पुत्र वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं, बीजेपी ने लुंबाराम चौधरी (Lumbaram Chaudhary) पर दांव खेला है. बीजेपी ने जब राजस्थान के 15 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की, तब जालोर सीट के प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी के नाम की खूब चर्चा हुई. उनके बारे में बताया जाता है, कि वो बहुत ही सरल-सहज मिजाज के नेता हैं. लोग बताते हैं, कि जब लुंबाराम चौधरी को लोकसभा का टिकट मिला, तो वो बाइक पर लोगों से संपर्क करने निकल पड़े थे. जिसके बाद से वो एक बार फिर चर्चा में आ गए थे.



अलवर लोकसभा सीट


राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी ने अलवर से भूपेंद्र यादव को टिकट दिया, तो वहीं, कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट में यहां से ललित यादव को चुनावी दंगल में उतारा है. ऐसे में अब यादव-बनाम-यादव को मुकाबला खासा रोमांचक होने के कयास लगाए जा रहे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव मुंडावर से विधायक हैं. उन्होंने पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में 50 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी. बताया जा रहा है, कि ललित यादव की क्षेत्र में फैन फॉलोइंग अच्छी-खासी है. वहीं, भूपेंद्र यादव राजस्थान BJP का बड़ा नाम हैं. बता दें, कि भूपेंद्र यादव मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं, लेकिन राजस्थान के अजमेर से उन्हेंने शिक्षा प्राप्त की, और राजस्थान से ही दो बार राज्यसभा सांसद भेजे गए. इस बार उन्हें अलवर में मैदान में उतारा गया है.


बीकानेर सीट 


बीकानेर सीट की बात करें, तो अर्जुनराम मेघवाल की यहां पकड़ अच्छी बताई जाती है. अर्जुनराम मेघवाल बीकानेर लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं. चौथी बार भी बीजेपी ने अर्जुनराम मेघवाल को प्रत्याशी घोषित किया है. अर्जुन राम मेघवाल ने आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा. उनको राजनीतिक में करीब दो दशक हो गए हैं. वहीं गोविन्द राम मेघवाल छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं.गोविंद मेघवाल विधानसभा का 2003 में पहला चुनाव बीजेपी के टिकट से लड़े जिसमें उनकी जीत हुई. वह नोखा से चुनाव जीते. 2008 के चुनाव में उनको टिकट नहीं मिला जिसके बाद उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय मैदान में उतरे हालांकि उनको सफलता नहीं मिली. गोविंद राम मेघवाल 2018 में कांग्रेस में शामिल हुए और उनकी जीत हुई थी. 2023 के विधानसभा चुनाव में गोविंद राम मेघवाल चुनाव लड़े जिसमें इनको हार का सामना करना पड़ा. गोविंद राम मेघवाल नोखा से विधायक रह चुके हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवार अर्जुन राम मेघवाल अगर कांग्रेस उम्मीदवार गोविंद राम मेघवाल को हरा देते हैं तो उनका बीकानेर सीट पर लगातार चौथी बार सांसद बनने का रिकॉर्ड बन सकता है.