Deedwana: देश के प्रसिद्ध बांगड़ घराने के उद्योगपति और वेस्ट कॉस्ट पेपर मील सहित एक दर्जन से ज्यादा कंपनियों के डायरेक्टर श्री कुमार बांगड़ ने आज अपनी जन्मभूमि डीडवाना के प्रभुदजनों से सीताराम बाग में मुलाकात कर डीडवाना शहर के विकास सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की. बांगड़ ने स्थानीय लोगों से शहर की मूलभूत आवश्यकताओं सहित अन्य जरुरतों के बारे में जानकारी ली.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गणमान्य लोगों से डीडवाना के विकास के लिए प्रपोजल भी लिए. श्री कुमार बांगड़ ने नगर के समाजसेवियों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ डीडवाना विधायक चेतन डूडी से भी मुलाकात की. 


बांगड़ ने इस मौके पर उनसे मिले प्रबुद्धजनों और विधायक को आश्वासन दिया कि डीडवाना के विकास के लिए जिस तरह बांगड़ परिवार हमेशा से तत्पर रहा है, उसी प्रकार आगे भी डीडवाना के लोगों को जब भी कोई जरुरत होगी, तो बांगड़ घराना हमेशा तैयार रहेगा.


 भविष्य में भी डीडवाना के विकास में कोई कौर कसर नहीं छोडी जाएगी. उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाओं ने अलग अलग प्रपोजल दिए हैं, जिनपर गंभीरता से विचार कर जो भी आवश्यक प्रपोजल स्वीकृत होंगे. उनको मूर्त रूप दिया जाएगा. आपको बता दें कि प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में बांगड़ परिवार ने विकास कार्यों के लिए सहयोग किया है. 


डीडवाना में आजादी के बाद पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा पीजी महाविद्यालय 1951 में बांगड़ महाविद्यालय के नाम से स्थापित किया था, इसके अलावा बांगड़ अस्पताल, नागौर जिले में सबसे पहले जल प्रदाय योजना, नागौर जिले में सबसे पहले बिजली भी डीडवाना को बांगड़ घराने कि ही देन है.


इसके अलावा भी कई सरकारी स्कूलें, बांगड़ नहर, बस स्टैंड जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं डीडवाना को बांगड़ परिवार कि ही देन है. तकरीबन तीन दशक के अंतरल के बाद एक बार फिर बांगड़ परिवार के किसी वरिष्ठ सदस्य ने डीडवाना के विकास में दिलचस्पी दिखाई है. भरोषा दिलाया है कि हमारी जन्मभूमि के विकास के लिए पुरा बांगड़ परिवार हमेशा तैयार ही मिलेगा.


बांगड़ परिवार ने डीडवाना के अलावा जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में बांगड़ हॉस्पिटल, पाली में बांगड़ कॉलेज, बांगड़ अस्पताल, जोधपुर में जय नारायण व्यास यूनिवृसिटी में MBM इंजियरिंग कॉलेज जो अब ऑटोनोमस यूनिवर्सिटी है यहीं पर बांगड़ परिवार द्वारा हाल ही में हॉस्टल भी बनवाया गया है.


Reporter-Hanuman Tanwar


ये भी पढ़ें- आखिर सुभाष मेहरा हत्या कांड में क्यों लगे हैं इनके मुंह में ताले? 10 वें दिन जालोर न्यायालय परिसर में गिड़गिड़ाता रहा कमर्चारी संघ​