Didwana latest News: राजस्थान के डीडवाना जिले में बेसरोली में जमीन विवाद को लेकर मकराना पूर्व विधायक श्रीराम भींचर व मकराना प्रधान सुमिता भींचर पर प्रधान सुमिता भींचर के दादा ने ही जमीन हड़पने व पैसे मांगने का आरोप लगाया. जिसको लेकर मकराना प्रधान सुमिता भींचर व मकराना के पूर्व विधायक श्रीराम भींचर ने उन पर लगे आरोपों को निराधार बताया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Tarang Shakti 2024: जोधपुर के आसमानों में भारतीय वायुसेना का जलवा, अमेरिका, जापान...


 



प्रधान सुमिता भींचर ने बताया कि उनके पारिवारिक मामले को लेकर मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत व उसके बेटे द्वारा हस्तक्षेप कर उनकी छवि करवाई जा रही है. वहीं मकराना प्रधान सुमिता भींचर ने बताया कि जब वे प्रधान बनी तब बेसरोली में जनता द्वारा स्वागत किया गया. जिसमें उसके दादा ने खुशी होकर 51 हजार रुपए दिए. 


 



24 वर्ष की नौकरी से जो रूपये दादाजी को मिले, उसमें से 54 बीघा जमीन बेसरोली में खरीदने की बात कही है. यह गलत है क्योंकि उनके पिता व चाचा ने भी अपनी तनख्वाह से रुपये दिए. जो जमीन खरीदी दादाजी परिवार में सबसे बड़े होने के कारण दादाजी ने अपने नाम से जमीन की रजिस्ट्री कराई. 


 



दादाजी के दो पुत्र हैं, जिसमें उनके पिता बडे हैं तथा दादाजी की जो भी संपति है, उसमें आधा-आधा हिस्सा होता है. लेकिन दादाजी ने परिवार की संपत्ति में से उक्त जमीन में से उसके पिता को हिस्सा नहीं देकर मेरे चाचा के दो पुत्रों के नाम रजिस्ट्री करवा दी जो गलत है. दादाजी ने उसके द्वारा दादाजी को परेशान करने की बात गलत की है तथा परेशानी की वजह से दादी की मौत होना बताया है जो गलत है. 


 



दादी की मौत हार्ट अटेक से हुई थी. प्रधान बने हुए 4 वर्ष हो गए, दादा ने राजनीतिक पद पर होने के कारण जमीन को कूर्क करने की बात कही है अगर ऐसा करना चाहती तो पूर्व में भी ऐसा करा सकती थी, लेकिन उसने कभी भी अपने राजनीतिक पद का दुरुपयोग नहीं किया है. उन्होंने बताया कि 4 वर्ष पुराना पारिवारिक विवाद है, जो सामान्यतया कई घरों में होता है फिर भी कभी उन्होंने समस्या में स्वयं को सम्मिलित नहीं किया है.


 



पिता राजपाल सिंह रेवाड और उनके पिता पन्नाराम रेवाड के बीच का विवाद है, जिसमें उन्होंने कभी हस्तक्षेप नहीं किया है. अगर यह पारिवारिक विवाद में मेरा नाम लिया ही जा रहा है, जिसका खण्डन किया है. इस दौरान पूर्व विधायक श्रीराम भींचर ने भी उनपर लगाए गए आरोपों को राजनीतिक द्वेषता का शिकार बताया है और उन्होंने भी सभी आरोपों का खंडन किया है.