Merta: बारिश में बह गया 50 लाख की लागत का निर्माणाधीन नाला
मेड़ता में लगातार हो रही बारिश के चलते रीको से गांधी कॉलोनी तक बनाए जा रहे नाले का सीमेंट-पत्थर पानी के बहाव के साथ बह गया. वहीं, इसको लेकर विपक्ष के पार्षदों ने घटिया सामग्री उपयोग का आरोप लगाते हुए नाला निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.
Merta: नागौर के मेड़ता में लगातार हो रही बारिश के चलते रीको से गांधी कॉलोनी तक बनाए जा रहे नाले का सीमेंट-पत्थर पानी के बहाव के साथ बह गया. वहीं इसको लेकर विपक्ष के पार्षदों ने घटिया सामग्री उपयोग का आरोप लगाते हुए नाला निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.
जिले के मेड़ता शहर गत दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव और तेज बहाव के कारण नगर पालिका द्वारा रीको एरिया में 50 लाख की लागत से करवाए जा रहे नाला निर्माण कार्य का निर्माणाधीन नाला भी पानी में बह गया.
घटना की सूचना मिलने पर अधिशासी अभियंता राम रतन चौधरी ने ठेकेदार के बकाया 10 लाख की राशि का भुगतान पर रोक के आदेश जारी कर दिए तो वही नेता प्रतिपक्ष पवन परतानी ने नाला निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग कर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए.
क्षेत्र में हो रही बारिश के चलते कई जगह हालात काफी खराब हो गए. पानी के तेज बहाव के चलते नाला निर्माण में प्रयोग किए गए आरसीसी सरिया - कंक्रीट और सीमेंट कई जगह से टूटकर पानी के साथ गए गए. प्रतिपक्ष के पार्षदों द्वारा शहर में करवाए जा रहे विकास कार्यों में घटिया सामग्री और अनियमितताएं बरते जाने का आरोप कई बार नगर पालिका प्रशासन पर लगाया जाता रहा है, लेकिन नगर पालिका प्रशासन के ढुलमुल रवैए के चलते ठेकेदार मनमानी कर निर्माण कार्य पूरा करने पर आमादा है .
यह भी पढ़ेंः ED से पूछताछ पर PCC चीफ बोले- केंद्र सरकार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी से माफी मांगनी पड़ेगी
प्रतिपक्ष के आरोप के पश्चात अधिशासी अभियंता राम रतन चौधरी ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बकाया राशि पर रोक लगा दी और नियमानुसार कार्रवाई के आदेश जारी किए.
Reporter- Damodar Inaniya
नागौर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें
नाहरगढ़ लॉयन सफारी से शेरनी सृष्टि 2 दिन से लापता, वन विभाग के अधिकारियों के हाथ पांव फूले