चोरी के शक में नाबालिग के मालिक ने जला दिए दोनों हाथ, फिर बना लिया बंधक
परबतसर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़के पर अत्याचार करने का मामला सामने आया. नाबालिग के हाथ पर गर्म लोहे की मोटी चेन रख दी गई. इसके बाद भी बच्चे ने चोरी की बात नहीं मानी तो उसे होटल में बंधक बनाकर काम कराने लगे.
Parbatsar: नागौर जिले के परबतसर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़के पर अत्याचार करने का मामला सामने आया. नाबालिग के हाथ पर गर्म लोहे की मोटी चेन रख दी गई. इसके बाद भी बच्चे ने चोरी की बात नहीं मानी तो उसे होटल में बंधक बनाकर काम कराने लगे.
चोरी के शक में होटल मालिक ने 17 वर्षीय नाबालिग लड़के को दर्दनाक सजा दी. नाबालिग के हाथ पर लोहे की मोटी गर्म चेन(सांकल) रख दिया ताकि यह पता चले कि वह झूठ बोल रहा है या सच. दर्द से नाबालिग कहराता रहा.
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बच्चे इस बेरहमी को देख उसके पिता भी रो पड़े. वह खुद उसी होटल में काम करते हैं. यही नहीं जब बच्चे ने चोरी की बात नहीं मानी तो होटल मालिक ने उसे जाने नहीं दिया. पिता-पुत्र को होटल में बंधक बना लिया. पिता ने किसी तरह मौके पाकर चाइल्ड हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत की. चाइल्ड हेल्पलाइन ने तुरंत संज्ञान लेकर पुलिस के साथ होटल पहुंच कर नाबालिग को मुक्त करवाया तब जाकर इस दर्दनाक सजा की बात सामने आई. पुलिस ने होटल मालिक और उसके एक साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
लड़के के पिता दो साल से यहां के मनवार होटल पर काम करते हैं. 4 अप्रैल को बेटा अपने पिता से मिलने आया था और 6 अप्रैल उसके पापा और दो अन्य कर्मचारियों के मोबाइल चोरी हो गए. होटल मालिक ने लड़के पर शक जताया.
लड़के ने चोरी करने से मना किया तो होटल मालिक उसे मंदिर में ले गया और कहा कि गर्म चेन हाथ पर रखो, यदि मोबाइल चोरी किया है तो तुम्हारे हाथ जल जाएंगे और चोरी नहीं की तो नहीं जलेंगे. लड़का मना करता रहा, लेकिन होटल मालिक ने गर्म चेन उसकी हथेली पर रख दी. लड़के के दोनों हाथ बुरी तरह से जल गए और उन पर फफोले आ गए. वह दर्द से तड़पता रहा. 7 अप्रैल को जैसे-तैसे उन्होंने चाइल्ड लाइन को फोन कर अपनी आपबीती बताई.
टीम मेंबर मौके पर पहुंचे और परबतसर पुलिस को भी सूचना दी गई. इसके बाद टीम बाप-बेटे को होटल से बाहर निकालकर थाने लाई. पुलिस होटल मालिक और साथी के खिलाफ मामला दर्जकर जांच कर रही है. वहीं, सूचना मिलने पर राज्य बाल संरक्षण समिति अध्यक्ष संगीता बेनीवाल मकराना पहुंची, जहां संगीता बेनीवाल ने बच्चें और उसके पिता से मुलाकात कर चिकित्सकों को पाबंद किया कि इलाज में कोताही नहीं बरती जाए और निःशुल्क इलाज किया जाए और उसके राज्य में भेजकर शिक्षा दिलाई जाएगी.
रिपोर्टर - हनुमान तंवर