Khinvsar: राज्य सरकार ने किसानों को 6 घंटे बिजली देने का वादा किया था लेकिन खींवसर उपखंड के किसानों को सिर्फ 5 घंटे ही बिजली दी जा रही है. साथ ही पास के जिलों में किसानों को पूरे 6 घंटे की बिजली मिल रही है जोकि खींवसर उपखंड के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार है. जिसे बंद कर किसानों को पूर्ण 6 घंटे की बिजली दी जाए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नागौर जिले के खींवसर उपखंड मुख्यालय सहित आस पास के गांवों में डीएपी खाद की भारी किल्लत को देखते हुए अखिल भारतीय किसान सभा ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड कार्यालय में नायब तहसीलदार गंगाविशन गुजराती को ज्ञापन सौंपा. तहसील अध्यक्ष चुनाराम पालीयाल ने बिजली आपूर्ति, डीएपी खाद, समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद व विद्युत भार को कम करने सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. पालियाल ने बताया कि बताया कि इन दिनों सरसों, सौंफ, जीरा आदि की फसलों की बुवाई का समय शुरू हो गया है लेकिन क्षेत्र में डीएपी खाद की आपूर्ति नहीं होने से किसानों का बुवाई कार्य प्रभावित हो रहा है.


अगर कहीं खाद मिल भी रही है तो उसके के साथ दुकानदार बीज और अन्य दवाइयां साथ में खरीदने का किसानों पर दबाव बना रहे हैं. जानकारी अनुसार खाद्य निर्माता कंपनियां डीएपी खाद के साथ अपने अन्य उत्पाद भी दुकानदारों पर थोप रही है. जिसकी वजह से हालात और भी खराब हो रहे हैं. पालीयाल ने बताया कि राज्य सरकार ने किसानों को 6 घंटे बिजली देने का वादा किया था लेकिन खींवसर उपखंड के किसानों को सिर्फ 5 घंटे ही बिजली दी जा रही है. साथ ही पास के जिलों में किसानों को पूरे 6 घंटे की बिजली मिल रही है.


जोकि खींवसर उपखंड के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार है जिसे बंद कर किसानों को पूर्ण 6 घंटे की बिजली दी जाए. इस दौरान नायब तहसीलदार गंगाविशन गुजराती ने मौके पर एइएन भंवर चौधरी को फोन कर किसानों की परेशानी के बारे में बताया और किसानों की मांगों का नियमानुसार निस्तारण करने के आदेश दिए. किसानों ने अपनी मुख्य 6 मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. जिसमें बताया गया कि राजस्थान में किसानों पर किसान आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग बाजरा मूंगफली उत्पादन पूरी जींस की शीघ्रता से खरीद कर किसानों को भावांतर दिया जाए. राज्य के किसानों को डीएपी यूरिया खाद को पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करवाई जाए.


किसानों को कृषि में दी जाने वाली 6 घंटे रात में 7 घंटे की बिजली आपूर्ति दी जाए. जिसमें पूरे वोल्टेज के साथ निर्माण आपूर्ति सुचारू करें कृषि कनेक्शनों पर मनमर्जी से बनाए गए विरोध किया जाए. साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनियों की लूट को रोका जाए या फसल का बीमा करवाया जाए. इस दौरान कवराराम गोदारा, घनश्याम देवड़ा, हुकमाराम, सीताराम गोदारा, आशुराम, रामपाल भांभू, देराम मेघवाल, मोटाराम सारण, रामपाल भाम्भू, नेमाराम डूकिया, कैलाश मेघवाल, हुकमाराम, पुखराज सहित अन्य किसान मौजूद रहे.


Reporter- Damodar Inaniya


यह भी पढे़ं-धनतेरस पर गलती से भी न खरीदें ये चीजें, मालामाल के बजाय सालभर के लिए हो जाएंगे कंगाल