Deedwana: राजस्थान के डीडवाना में वकील द्वारा आत्मदाह करने के विरोध में लामबंद हुआ. वकील समुदाय बार संघ डीडवाना द्वारा मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. आरोपी एसडीएम और थानाधिकारी को निलंबित करने और गिरफ्तार करने की मांग के साथ सरकार से अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग राजस्व न्यायालयों में सुनवाई के लिए न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति मांग की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढे़ं- डीडवाना उपखंड कार्यालय में साप्ताहिक बैठक आयोजित, इन बातों पर दिए गए विशेष निर्देश


श्रीमाधोपुर के खंडेला में वकील द्वारा आत्मदाह करने के मामले के विरोध में आज डीडवाना बार संघ के वकीलों ने विरोध जताया और मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर आरोपी एसडीएम और थानाधिकारी को गिरफ्तार कर राजकीय सेवा से निलंबित करने की मांग की.


बार संघ ने ज्ञापन में बताया कि खंडेला के एसडीएम कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ वकील हंसराज मावलिया लगातार आवाज उठा रहे थे, जिससे नाराज होकर उपखंड अधिकारी राकेश कुमार ने उनको प्रताड़ित किया और धमकियां दी. जब पीड़ित वकील ने पुलिस से गुहार लगाई तो थानाधिकारी घासीराम मीणा ने भी उनकी कोई मदद नहीं की, उल्टे वकील को ही धमकियां दी.


लगातार प्रताड़ना से तंग आकर आखिरकार वकील हंसराज मावलिया ने उपखंड कार्यालय में ही एसडीएम राकेश कुमार के सामने आत्मदाह कर लिया, जिससे उनकी मौत हो गई. वकीलों ने मांग की है कि आरोपी एसडीएम और थानेदार को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया और जाकर राजकीय सेवा से निलंबित किया जाए. इसके अलावा उन्होंने सरकार से अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने और राजस्व न्यायालयों में राजस्व प्रकरणों की सुनवाई के लिए न्यायिक अधिकारियों को नियुक्त करने की मांग की है. 


उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एसडीएम व थानाधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वकील समुदाय आंदोलन करने को मजबूर होगा. आपको बता दें कि कल सीकर के खंडेला में एसडीएम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए वकील हंसराज मावलिया ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी. गंभीर रूप से झुलसने के बाद इलाज के दौरान मावलिया ने जयपुर में दम तोड़ दिया था, जिसके बाद आज पूरे प्रदेश में वकील समुदाय में आक्रोश देखा जा रहा है.


Reporter: Hanuman Tanwar