नागौर में माली समाज की शोभायात्रा से कथा का हुआ शुभारंभ,इन प्रतिभाओं का होगा सम्मान
Nagaur: राजस्थान के नागौर में माली समाज ने शोभायात्रा निकाली, इस बीच मंगल गीतों के बीच पाटोत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
Nagaur: नागौर जिले के अमरपुरा में संत शिरोमणि श्री लिखमीदासजी महाराज स्मारक विकास संस्थान, अमरपुरा नागौर के तत्वावधान में आयोजित पाटोत्सव के कार्यक्रम के तहत शोभायात्रा का आयोजन किया गया. भव्य स्मारक उद्घाटन व देव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के छठे पाटोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान यात्रा संत लिखमीदास जी महाराज की जन्म स्थली बड़की बस्ती, चेनार तथा राठौड़ी कुआं से प्रारंभ हुई. जहां दोनों शोभा यात्राओं का मिलन महावीर गोशाला रोड गुडला चौराहा के समीप हुआ.
शोभायात्रा में संत रामप्रसाद महाराज, बालेसर के संत रामरतन महाराज, साध्वी सुखीबाई, समदड़ी के संत नरसिंह दास महाराज ने मार्गदर्शन किया. संस्थान के कोषाध्यक्ष कमल भाटी व कार्यालय टीम के राधेश्याम टाक ने बताया कि अमरपुरा संस्थान के सचिव राधाकिशन तंवर, सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान के अध्यक्ष कृपाराम देवड़ा, उपाध्यक्ष देवकिशन सोलंकी, सचिव मनीष कच्छावा सहित कार्यकारिणी के अन्य सदस्य, यात्रा प्रभारी सुरेश सोलंकी, प्रेमसुख सांखला, पापालाल सांखला, अनिल सोलंकी, चेतन गहलोत, दौलत भाटी, मांगीलाल गहलोत, टीकमचंद कच्छावा, नरेंद्र पंवार, कृपाराम गहलोत, धर्मेंद्र सोलंकी, नारायण पंवार मिस्त्री ने शोभायात्रा में सहयोग करते हुए सहभागिता दी.
वहीं, नानी बाई का मायरा कथा संत रामप्रसाद महाराज ने भक्त नरसी मेहता के अनेक प्रेरक जीवन प्रसंगों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि सांवरा सेठ द्वारा भक्त नरसी मेहता की हुंडी का निष्पादन परिस्थिति में किया गया. जब उन्होंने भगवान को निश्चल भाव से स्मरण किया.
इसी प्रकार अमरपुरा कर्म स्थली में संत शिरोमणि लिखमीदास जी महाराज द्वारा भी एकात्म भाव से कर्म करते हुए सदैव भगवत स्मरण किया। जीवन की अनेक विषम परिस्थितियों को में भी भगवत स्मरण नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि जो समाज के प्रति समर्पित रहता है वह भगवान के प्रति भी और भी अवश्य समर्पित रहता है.
कथा में संत रामरतन महाराज ने कहा कि व्यक्ति को मन में सदैव दृढ़ संकल्प लेना चाहिए. जो हमें मनुष्य जीवन प्राप्त हुआ है इसमें हम यह संकल्प लें कि इस मनुष्य जीवन को सेवा, सहयोग के माध्यम से सफल बनाएंगे. कार्यक्रम में संत मुरलीराम महाराज का भी पावन सान्निध्य प्राप्त हुआ. कथा में आईदान राम भाटी, बहादुर सिंह भाटी, डॉ शंकरलाल परिहार, सत्यनारायण परिहार, जेठाराम सांखला चौखा, चेनाराम गहलोत, सांगरिया, गणेशराम भाटी, मंगलाराम गहलोत, भोमाराम पंवार, बालेसर चेयरमैन रेवंतराम सांखला, उज्जैन प्रवासी सत्यनारायण कच्छावा सहित अनेक गणमान्य नागरिक व मातृशक्ति ने कथा श्रवण का लाभ लिया.
संस्थान की कार्यालय टीम के रूपचंद टाक ने बताया कि आज माली सैनी समाज का राज्य स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह शिक्षाविदों व वरिष्ठ समाज बंधुओं, जनप्रतिनिधियों के आतिथ्य में होगा. इस कार्यक्रम में समाज की 500 प्रतिभाओं के साथ-साथ समाज जीवन में सेवा व सहयोग कार्य करने वाले विशिष्टजन का भी सम्मान किया जाएगा.
कार्यक्रम में संस्थान द्वारा प्रकाशित प्रतिभा मंजूषा 2022 का भी विमोचन किया जाएगा. प्रतिभा मंजूषा में लब्ध प्रतिष्ठित शिक्षाविद, भामाशाह व उत्कर्ष शिक्षण संस्थान जोधपुर के निदेशक निर्मल गहलोत, सीकर की दिव्या सैनी, सांभर के शिक्षा क्षेत्र में प्रसिद्ध सैनी परिवार, समाजसेवी डॉ इंद्रजीत टाक सहित अनेक विशिष्ट व्यक्तित्व का विवरण भी दिया गया है। साथ ही समाज की सभी प्रतिभाओं के फोटो सहित पारिवारिक का विवरण सहित संपूर्ण जानकारी दी गई है,
कार्यक्रम में 22 प्रतिभाओं को स्वर्ण, रजत व लघु रजतपदक भी प्रदान किए जाएंगे. वहीं, प्रतिभा सम्मान समारोह परमहंस संत रामप्रसाद महाराज के श्रीमुख से नानी बाई का मायरा कथा के आयोजन 12 से 4 बजे के श्रवण के पश्चात आयोजित होगा। रात्रि में 8:30 बजे 30 से अधिक प्रसिद्ध भजन गायकों के द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां भी दी जाएगी.
पांच दिवसीय कार्यक्रमों की श्रंखला में यज्ञ आयोजन में अनु देवी रेवंत राम, पप्पू देवी बलराम, सरू देवी शेरा राम, पिंकी गहलोत दीपक गहलोत, पुष्पा देवी मोहन सिंह भाटी, लक्ष्मी देवी बसंत राज भाटी, रेखा प्रवीण सोलंकी, पुष्पा देवकिशन सांखला द्वारा यजमान के रूप में यज्ञ में समिधा अर्पित की गई,
Reporter- Damodar Inaniya
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