Nagaur: नागौर में भी राइट टू हेल्थ बिल के विरोध का असर सरकारी अस्पताल में देखने को मिला. जहां आज नागौर जिला चिकित्सालय में सरकारी डॉक्टर ने राइट टू हेल्थ बिल का विरोध में कार्य का बहिष्कार कर दिया. जिसके चलते मरीजों को मारी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं नागौर जिला अस्पताल में मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए नागौर जेएलएन अस्पताल में गांवों में पीएचसी पर लगे पांच एमबीबीएस डॉक्टरों व 14 आयुर्वेदिक चिकित्सकों की व्यवस्था की गई . जिन्होंने अपनी सेवाएं दी .


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इस दौरान नागौर जेएलएन अस्पताल के पीएमओ डॉ महेश पंवार ने बताया कि आज प्रदेश भर राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में मेडिकल सेवाएं बंद ही रही . वहीं नागौर में भी डॉक्टरों ने मंगलवार को लिखित में लेकर देकर कार्य बहिष्कार करना का कहा था. जिसके चलते नागौर जेएलएन अस्पताल में मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए नागौर सीएमएचओ डॉ महेश वर्मा ने पीएचसी से पांच एमबीबीएस डॉक्टरों व 14 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को नागौर जिला मुख्यालय के जेएलएन अस्पताल में नियुक्त किया.


इस दौरान डॉक्टरों ने इमरजेंसी लेबर रूम में मरीज देखे. वहीं आज होम्योपैथी और आयुर्वेदिक डॉक्टर ओपीडी संभाल रहे थे . इसके साथ ही पीएमओ डॉ महेश पंवार ने बताया कि नागौर जेएलएन अस्पताल में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की देखरेख के लिए दो डॉक्टर को ओन कॉल ड्यूटी के लिए भी रखा गया है . ताकि इमरजेंसी में किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी घटना नहीं हो. 


नागौर जेएलएन अस्पताल में रोजाना के मुकाबले आज मरीजों को संख्या कम नजर आई वहीं रोजाना 1500 से अधिक ओपीडी रहती थी जो आज केवल 570 ही रही ‌‌. ऐसे में देखा जा सकता है कि सोशल मीडिया और समाचार के माध्यम से अस्पताल में चिकित्सकों की हड़ताल होने की जानकारी के चलते मरीजों की संख्या कम रही .


नागौर के जिला अस्पताल में आयुर्वेद चिकित्सकों ने संभाला मोर्चा


नागौर जेएलएन अस्पताल में डॉक्टरों ने राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में प्राइवेट चिकित्सकों का समर्थन देते हुए आज कार्य का बहिष्कार किया  लेकिन मरीजों को परेशानी ना हो इसके चलते 14 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को नियुक्त किया गया और आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने ही मरीजों को देखा . इस दौरान डॉ कमल किशोर उपाध्याय , डॉ गोपी किशन शर्मा , आयुर्वेद चिकित्सक डॉ पंकज पोटलिया , आयुर्वेद चिकित्सक डॉ हरेंद्र भाकल , योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनिता बाजिया , होम्योपैथी डॉ रामकिशोर , डॉ सुशीला चौधरी सहित टीम मौजूद रहीं .


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