Nagaur News:  केंद्र सरकार भले ही ग्रामीण अंचलों तक शुद्ध पानी देने की पहल में करोड़ों रुपये खर्च कर रहा हो, लेकिन उसके जिम्मेदार सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला रियांबड़ी उपखण्ड के ग्राम कोड़ पंचायत का है, जहां गांव में लोगों की प्यास बुझाने की खातिर लाखों रुपये खर्च कर नई पानी की टंकी बनाई गईं.  फिर भी ग्रामीण सर्दी के मौसम में भी पेयजल संकट से त्रस्त हैं.


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 ग्रामीण पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. गांव के बाशिदों का कहना है  कि,  पानी सप्लाई महीने में तीन- चार ही बार होती है जिससे गांव के आधे ही वार्डों में पानी पहुंचता है. समस्या समाधान के प्रति न जल निगम गंभीर है और न ही ग्राम पंचायत ध्यान दे रही है. ऐसे में उन्हें न केवल सर्दी में बल्कि हर मौसम में पेयजल संकट से जूझना मजबूरी है. 


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गर्मी के मौसम में तो स्थिति और भी खराब हो जाती है . पांच गांव की ग्राम पंचायत कोड के ग्राम में लोगों को कनेक्शन लेने के बाद करीबन डेढ़ साल होने को है ,फिर भी आज तक पानी नहीं पहुंच पाया ,गांव के आधे वार्डों में पानी आता है आधे में नहीं. ग्राम नृसिंह बासनी में बनी जलदाय विभाग की पानी की टंकी से ग्राम कोड जा रही मेन पाइप लाइन से अवैध कनेक्शन लेने के मामले में लोगों ने सरपंच को ज्ञापन सौंपकर जांच करने की मांग की.


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