Nagaur news: डीडवाना शहर की भौगोलिक स्थिति के कारण यहां जल भराव की समस्या लम्बे समय से रही है और सायद इसीलिए पुरानी कहावतो में भी डीडवाना को डूबा हुआ कहा जाता है. दरअसल डीडवाना में पिने के पानी की समस्या सदियों पुरानी है क्योंकि यह शहर नमक की झील के किनारे बसा हुआ है इसकी वजह से यहां का भूमिगत जल भी हमेशा से ही खारा या कह सकते हैं कि पिने योग्य नहीं रहा है जिसके चलते प्राचीन समय में यहां कई तालाब खुदवाये गए ताकि वर्षा जल का संग्रहण करके क्षेत्र के लोगों कि प्यास बुझाई जा सके. 


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लम्बे समय तक इन जल श्रोतों पर ही यहां के लोग आश्रित थे बाद में भामाशाह बांगड़ परिवार ने यहाँ पहली जलप्रदाय योजना बनाकर घर घर तक पानी पहुँचाया जिसके बाद इन तालाबों का महत्व धीरे धीरे खत्म हो गया. महत्व खत्म होने के साथ साथ स्वच्छ पानी के यही तालाब गंदे पानी के तालाबों में तब्दील हो गए. लेकिन यह तालाब पिछले कुछ दशकों से शहर के लिए नासूर बने हुए हैं. एक तरफ गन्दगी सड़न और मौसमी बीमारियों का भय तो वहीं दूसरी तरफ बरसात के दिनों में यह तालाब आसपास के इलाकों को जलमग्न कर देते हैं जिसकी वजह से आमजन को खासा परेशानी का सामना लम्बे समय से करना पड़ रहा था. 


गत बजट में सूबे के मुखुमंत्री अशोक गेहलोत ने डीडवाना कि इस समस्या के निशातरण के लिए बजट में घोषणा की थी और अब इस घोषणा को अम्लीजामा पहनाने की तैयारी हो रही है. शहर के 5 तालाब क्षेत्र इसके लिए चयनित किये गए हैं जहां सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. इन पांच तालाबों में खारिया तालाब, तेलोलाई, वली कॉलोनी, शीतलकुण्ड मंदिर के सामने का तालाब और गौरव पथ के दोनों तरफ बने तालाबों से अब जल्द गंदे पानी को निकाला जाकर इन तालाबों के आसपास पार्क विकसित कर इनको निखारा जायेगा और इनके आसपास पौधारोपण करवाया जायेगा. 


इसके लिए दो एसटीपी बनाई जाएगी जिससे इनसे निकले जाने वाले गंदे पानी को ट्रीट कर वापस काम लेने योग्य बनाया जायेगा. ट्रीट हुए पानी को किसानों को देने के साथ साथ शहर के पार्कोँ और डिवाइडर पर लगे पौधों को दिया जायेगा. इस परियोजना से एक तरफ जहाँ गंदे और बदबूदार पानी की समस्या का हल हो जायेगा वहीँ ट्रिटेड वाटर से किसानो को फायदा होगा वहीँ शहरी क्षेत्र में पेड़ पौधों को समय पर पानी मिलने से उनका सौन्दर्य भी बढेगा. खारिया तालाब के पास विकसित किया जायेगा हाइब्रिड वेटलैंड एरिया, इसी परियोजना के अंतर्गत शहर के खारिया तालाब के नजदीक हाइब्रिड वेटलैंड एरिया विकसित किया जायेगा.


सिंघी सरोवर के सौन्दर्यकरण के लिए खर्च होंगे 4.5 करोड़
डीडवाना के प्राचीन सिंघी सरोवर के सौन्दर्यकरण के लिए भी सरकार द्वारा साढ़े चार लाख रुपये का बजट आवंटित किया गया है इससे सरोवर के आसपास के क्षेत्र को पर्यटनस्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. वहीं शहर के एक अन्य तालाब चीला सरोवर के विकास के लिए भी 1.5 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है.