Nagaur latest News: राजस्थान में नागौर जिले के नारवा गांव में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सोने के जेवरात चोरी करने के आरोप में पकड़ी गई दक्षिण भारतीय महिलाएं बड़ी शातिर निकली. यह महिलाएं चोरी करने के बाद सोने के जेवरात निगल जाती हैं. जिसे लोग इन्हें चोर भी नहीं समझते और ना ही इनके पास चोरी का सामान मिलता है, लेकिन जब यह खींवसर पुलिस के हत्थे चढ़ी तो इनका सारा राज सामने आ गया.


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ये बात पुलिस के गले नहीं उतरी और उन्होंने अनुसंधान करते हुए महिलाओं का एक्स-रे करवाया तो नारवा में छीने झपटे गए सोने के चैन एवं लौकेट तीन महिलाओं के पेट में पाए गए. पुलिस ने महिलाओं से करीब ढाई लाख के यह जेवरात बरामद कर लिए. इसके बाद पुलिस अब इन महिलाओं से पूछताछ कर रही है इस प्रकार की और भी कई वारदातों का पूछताछ में खुलासा हो सकता है.


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दिल्ली से राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पहुंची महिला लूटेरी गैंग


बताया जा रहा है कि यह महिला गैंग ग्रामीण इलाकों में चल रहे धार्मिक आयोजन में शामिल होती हैं. जहां महिलाएं अधिक संख्या में भाग लेती हों, ताकि महिलाओं के बीच में भीड़ अधिक होने पर ये वहां वारदात को अंजाम देकर चुराए जेवरात तुरंत निगल जाती हैं, ताकि किसी को भनक तक ना लगे. लेकिन जब यह खींवसर पुलिस के हत्थे चढ़ी तो सबका पर्दाफाश हो गया. 


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हेड कांस्टेबल इन्द्रसिंह विश्नोई ने बताया कि पकड़ी गई महिलाओं में दिल्ली के मदनगिरी निवासी नैना पत्नी सत्या, दिल्ली के इन्द्रपुरी निवासी कविता उर्फ संध्या पत्नी शिवम उर्फ विष्णु, दिल्ली के जुग्गिया निवासी तुलसी पत्नी विजय व दिल्ली के इन्द्रपुरी निवासी मुन्नी पत्नी राजेश जाति मद्रासी को गिरफ्तार किया. कार्रवाई में थानाधिकारी मुकेश कुमार, हेड कांस्टेबल इन्द्रसिंह, कांस्टेबल प्रकाश, गटु देवी व चालक हरदेव सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही.