Nagaur News: जिले के श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के बालासर से 13 दिन पहले गायब हुई विवाहिता गुड्डी की हत्या के बाद शव के टुकड़े करके आरोपी की ओर से अलग-अलग जगह डालने की बात सामने आई है. दो दिन तक शहर के बालवा रोड के पास सुनसान जगह पर विवाहिता के कपड़े, बाल और शव के कुछ अवशेष ढूंढ़ने के बाद पुलिस ने जब आरोपी अनोपाराम से सख्ती पूछताछ की तो उसने शव का शेष भाग डेरवा गांव के पास सूने कुएं में डालने की बात बताई.


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इस पर शुक्रवार सुबह पुलिस अ​धिकारियों ने अजमेर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई और आरोपी की निशानदेही पर मौके पर पहुंची. कुआं बंद होने के कारण उसमें काफी पानी भरा हुआ था, इसलिए पुलिस ने पहले मशीन मंगवाकर पानी निकालना शुरू किया, लेकिन देर रात तक पानी नहीं टूटा, इसलिए शव नहीं निकाला जा सका. इसके बाद शुक्रवार को देर रात तक अजमेर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम कुएं में उतरी लेकिन कुआं और पानी गहरा होने के कारण सफलता हाथ नहीं लगी. 


पुलिस ने कार्रवाई रोककर शनिवार सुबह शुरू करने का निर्णय लिया. इस दौरान शनिवार को एनडीआरएफ की भी टीम बुलाई गई और फिर से कुएं से पहले पानी निकालने के प्रयास किए गए करीब 50 फीट तक पानी होने के कारण कई घंटों तक पहले एनडीआरएफ की टीम को इंतजार करना पड़ा. इस दौरान कुएं के अंदर पानी निकालने के लिए लगाई गई तीन बार मोटर खराब हो गई और एक बार पंप खराब हो गया. 


इस दौरान कुएं के अंदर धुंआ हो गया. पानी कम होने के बाद करीब शाम 4 बजे एनडीआरएफ के जवान संतोष कुमार कुएं के अंदर उतरे लेकिन कुएं में धुआं होने के कारण दो सो फीट तक ही जा सके. इसके बाद ऑक्सीजन की कमी और घुटन होने लगी, तो वापस बाहर आना पड़ा. गायब हुई विवाहिता का पूरा शव नहीं मिलने के कारण पुलिस चौथे दिन भी घटना का खुलासा नहीं कर पाई. 


बता दें कि मामला श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के बालासर का है, जहा 24 दिन पहले युवती के गुमसुदगी का श्रीबालाजी थाने में मामला दर्ज हुआ. पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन युवती का पता नहीं चला. इसी दौरान 22 जनवरी को डेरवा निवासी अनोपाराम के साथ युवती को देखें जाने की सूचना मिली, तो पुलिस ने अनोपाराम को हिरासत में लिया और पूछताछ की, लेकिन उसने किसी प्रकार की पहले जानकारी नहीं दी. बाद में पुलिस ने मनोविज्ञान तरीके से अनोपाराम से पूछताछ की तो उसने युवती की हत्या करने की बात कबूली और शव को नागौर के बालवा रोड सुनसान जगह पर फेंकने की बात कही. 


इस पर पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो वहां से युवती के कपड़े, सिर के बाल और शरीर के अंगों के अवशेष मिले. इस दौरान पहले पुलिस का मानना था कि शव को कुत्तों द्वारा नोच लिया गया और खा गए, लेकिन जब आरोपी अनोपाराम से गहनता से पूछताछ की तो मामला कुछ और ही निकला. आरोपी ने बताया कि युवती की हत्या उसने 22 जनवरी को ही कर दी थी और सुनसान जगह फेंक दिया ताकि कुत्ते शव को खा जाएं, लेकिन तीन चार दिन बाद फिर से आरोपी उसी जगह जाता है, जहां शव फेंका गया लेकिन वहां शव पड़ा मिलता है तो शव के किसी धारदार हथियार से टुकड़े कर और प्लास्टिक के कटे में डालकर बाइक पर डेरवा के निकट सुनसान इलाके में बने पुराने कुएं के अंदर फेंक देता. 


एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों का 36 घंटे चला सर्च ऑपरेशन
युवती के शव के अवशेष कुएं में फेंक होने पर नागौर पुलिस ने पहले तो एसडीआरएफ की मदद ली, जिस पर अजमेर से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और शव के अवशेष ढूंढने के लिए विशेष सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन बाद भी सफलता हाथ नहीं लगी. इस दौरान कुएं के पानी के अंदर कैमरा भेजा गया तो शव के अवशेष जैसे कुछ वस्तुएं दिखाई दी, जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम कुएं के जवान अंदर गए, लेकिन पानी अधिक होने के कारण उन अवशेषो तक नहीं पहुंच पाए और फिर शनिवार को एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. 


इस दौरान पहले कुएं के अंदर से पानी को मोटरों की सहायता से बाहर निकाला गया और बाद में एनडीआरएफ के जवान संतोष कुमार कुए के अंदर उतरे, लेकिन दो सौ फीट तक ही जा पाए. ऑक्सीजन नहीं होने और कुएं के अंदर मोटर जलने से हुए धुंए के कारण घुटने होने लगी तो वापस बाहर आना पड़ा. एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के जवानों का कहना कि ऐसा गहरा कुआं पहली बार देखा है. कुआं गहरा होने के साथ-साथ कुएं की चोड़ाई कम है, जिसके कारण कुएं के अंदर जाने में काफी परेशानी आ रही है. 


कैमरे से कुएं के अंदर दिखा प्लास्टिक का कटा और खोपड़ी
एसडीआरएफ व एनडीआरएफ और पुलिस ने कुएं के अंदर सर्च आपरेशन शुरू किया और कुएं के पानी के अंदर कैमरा भेजा गया तो कैमरे में आरोपी के बताए अनुसार, प्लास्टिक का कटा और एक खोपड़ी दिखाई दिए, जिस पर पुलिस ने यह निश्चित कर लिया कि शव के अवशेष अंदर ही है, लेकिन अभी तक पुलिस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें उन अवशेषो तक पहुंच नहीं पाई. आज फिर से सर्च आपरेशन चलाया जाएगा. इस दौरान नागौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा , डिप्टी विनोद कुमार सीपा , श्रीबालाजी थाना प्रभारी महेंद्र सिंह , खींवसर थाना प्रभारी अशोक बिसू , पांचौड़ी थाना प्रभारी सत्यनारायण , भावंडा थानाधिकारी सिद्धार्थ प्रजापत सहित पुलिस का जाब्ता मौजूद रहा. 


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