Parbatsar: परबतसर में जिला प्रशासन और बाल कल्याण समिति ने लोक कल्याणकारी पहल करते हुए उनकी शिक्षा देखरेख, सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक ही मंच पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अभियान "प्रकाश" की शुरुआत की है. इसी अभियान के तहत सोमवार को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हुकमाराम लेगा परबतसर के द्वारा माण्डण रोड़ पर रीको एरिया में स्थित झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे जोगी सपेरा (कालबेलिया ) समाज के लोगों के बीच पहुंचकर शिक्षा से वंचित बच्चों का सर्वे किया गया.


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सीबीईओ हुकमाराम लैगा ने बताया कि जो बच्चे विशेष परिस्थितियों के कारण विद्यालय से नहीं जुड़े हुए हैं, उन बच्चों की शिक्षा संबंधी पुनर्वास की प्रक्रिया को एक अभियान के तहत जोड़ा जाएगा. इसके लिए किनसरिया पीईईओ ओमप्रकाश कुड़ी और उनकी टीम के साथ झुग्गी झोपड़ी में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति से संवाद करके कुल 15 बच्चों का नाम सर्वे में दर्ज किया गया, जिसमें से 3 बच्चे पहले से ही विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. 


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झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे ज्यादातर परिवार पीह परबतसर के निवासी हैं लेकिन यह लोग पिछले 20 वर्षों से रीको एरिया की इस जमीन पर अस्थायी रूप से रह रहे हैं. निवास कर रहे परिवारों में से ही मांगू नाथ और प्रकाश नाथ ने बताया कि हम अपने परिवार का गुजारा करने के लिए इस औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में काम करते हैं. 


हमारे कुछ परिवार खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े हुए हैं और कुछ परिवार अभी भी वंचित है. बच्चों की शिक्षा के लिए विद्यालयों की दूरी 2 किलोमीटर होने के कारण हम विद्यालय नहीं भेज रहे हैं. साथ ही इन्होंने बताया कि हमारे लिए रहने के लिए भूमि की व्यवस्था भी जाए. वर्तमान में जिस जगह रह रहे हैं, वहां पर आने वाले समय में जमीन मालिक के द्वारा फैक्ट्री लगाई जाएगी.


पीईईओ किनसरिया ओमप्रकाश कुड़ी ने बताया कि वचननाथ ,बालकनाथ का पहले से ही विद्यालय में प्रवेश चल रहा है जबकि संजयनाथ (12), विजय (8), अर्जुन(8), आकाश(5), चंदूनाथ(8), लोकेश(10), रीना(8), गुडी(8), साहिल(7), करन(6), दिलेश(8), विशाल(8) बच्चों का सर्वे किया गया जिसमें 2 को छोड़कर सभी के जनाधार प्रमाण पत्र बनाए हुए हैं. 


विद्यालयों की दूरी होने के कारण यह बच्चे अभी किसी भी विद्यालय में नहीं जा रहे हैं. पहले भी इनको शिक्षा से रा.प्रा.वि.गोड़ो की ढाणी में जोड़ा गया था लेकिन नामांकित करने के बाद में भी बच्चे स्कूल से नहीं जुड़ पाए. ज्ञातव्य है कि इस अभिनव योजना के तहत बच्चों का सर्वे करवा कर इन्हें प्रवेश दिलवाकर चरण पादुका, यूनिफार्म पुस्तकें इत्यादि निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी.


हुकमाराम लैगा सीबीईओ परबतसर ने बताया कि अभियान प्रकाश के तहत सर्वे किए गए 2 बालिकाओं का प्रवेश अभिभावकों की सहमति से कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास में प्रवेश दिलाया जाएगा और बालकों को नजदीकी विद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा. सभी बच्चों को लायंस क्लब परबतसर के द्वारा चरणपादुका, स्कूल ड्रेस, कॉपी और बस्ते की व्यवस्था की जाएगी.


Reporter: Damodar Inaniya


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